200 टन सोना, 1.80 लाख करोड़ रु., Syria छोड़ कर रूस भागे बशर अल-असद के पास है बेशुमार दौलत
युद्ध के बीच ही राष्ट्रपति पद से हटाए गए बशर अल-असद अपने काफिले के साथ निकल गए और अब वे रूस में हैं। देश छोड़ कर भागे भगोड़े असद बेशुमार संपत्ति के मालिक हैं और उनके पास सैकड़ों टन सोना होने के साथ ही अमेरिकी डॉलर और यूरो का भी बड़ा भंडार है। बशर अल-असद के पास करोड़ों डॉलर की संपत्ति का भंडार भरा हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार उनके पास 200 टन सोना है। इसके अलावा 16 अरब डॉलर और 5 अरब यूरो हैं, जिनकी रुपए में कीमत करीब 1.80 लाख करोड़ है। अगर हम इस धनराशि की सीरिया के 7 साल के बजट से तुलना करें तो असद की संपत्ति देश के कुल बजट के बराबर थी। इसके साथ ही असद के पास आलीशान घर, लक्जरी गाड़ियां और बाकी संपत्ति भी थी।

नई दिल्ली। बशर अल-असद (Bashar al-Assad) बीते कई दिनों से चर्चा का विषय बने हुए हैं। सीरिया में इस्लामिक विद्रोहियों के आगे बशर अल-असद को शिकस्त मिली है और उन्हें अपनी सल्तनत ही नहीं बल्कि अपना देश छोड़ने को भी मजबूर होना पड़ा है। वहीं असद के पास करोड़ों डॉलर की संपत्ति का भंडार है। रिपोर्ट्स के अनुसार उनके पास 200 टन सोना 16 अरब डॉलर और 5 अरब यूरो की संपत्ति है।
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देश छोड़ने को भी मजबूर होना पड़ा
सीरिया (Syria) में इस्लामिक विद्रोहियों के आगे बशर अल-असद (Bashar al-Assad) को शिकस्त मिली है और उन्हें अपनी सल्तनत ही नहीं, बल्कि अपना देश छोड़ने को भी मजबूर होना पड़ा है। 13 साल से जारी गृहयुद्ध के बाद आखिरकार विद्रोही इस्लामिक समूह हयात तहरीर अल शाम (HTS) के नेतृत्व में असद सरकार का तख्तापलट हुआ। सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के लिए 13 वर्षों के संघर्ष का अंत हुआ जब विद्रोही इस्लामिक समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) ने उनकी सरकार को उखाड़ फेंका। इस संघर्ष ने सीरिया को एक नई दिशा दी है और असद के शासन का अंत हुआ है।
सीरिया से भाग कर रूस पहुंचे असद
युद्ध के बीच ही राष्ट्रपति पद से हटाए गए बशर अल-असद अपने काफिले के साथ निकल गए और अब वे रूस में हैं। देश छोड़ कर भागे भगोड़े असद बेशुमार संपत्ति के मालिक हैं और उनके पास सैकड़ों टन सोना होने के साथ ही अमेरिकी डॉलर और यूरो का भी बड़ा भंडार है।
अरबों की संपत्ति के मालिक हैं असद
बशर अल-असद के पास करोड़ों डॉलर की संपत्ति का भंडार भरा हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार उनके पास 200 टन सोना है। इसके अलावा 16 अरब डॉलर और 5 अरब यूरो हैं, जिनकी रुपए में कीमत करीब 1.80 लाख करोड़ है। अगर हम इस धनराशि की सीरिया के 7 साल के बजट से तुलना करें तो असद की संपत्ति देश के कुल बजट के बराबर थी। इसके साथ ही असद के पास आलीशान घर, लक्जरी गाड़ियां और बाकी संपत्ति भी थी।
2011 में हुआ था सीरिया में विद्रोह
सीरिया में 2011 में विद्रोह शुरू हुआ था, जब असद सरकार ने लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों को क्रुरता से दबा दिया था। यह संघर्ष धीरे-धीरे गृहयुद्ध में बदल गया, जिसमें असद सरकार के खिलाफ कई विद्रोही गुट एकजुट हो गए। आखिरकार, 13 साल के इस संघर्ष ने असद शासन को झुका दिया। विद्रोही गुटों ने दमिश्क पर कब्जा कर न केवल असद सरकार को उखाड़ फेंका, बल्कि सीरियाई जनता को एक नई शुरुआत का मौका दिया है।
मॉस्को के रियल एस्टेट में भी लगा है असद का पैसा?
इजरायली वेबसाइट वायनेट (Israeli website Ynet) की रिपोर्ट का दावा है कि असद परिवार की रूस में करीब दो अरब डॉलर की संपत्ति है। असद के मॉस्को में कई लग्जरी अपार्टमेंट भी हैं। ऐसे में सीरियाई राजनेता असद की दमिश्क के महलों की आलीशान जीवनशैली निर्वासन में भी जारी रह सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, असद और उनकी पत्नी की दो अरब डॉलर की संपत्ति अलग-अलग बैंक खातों, फर्जी कंपनियों और रियल एस्टेट में लगी होने का अनुमान है। असद के परिवार के पास मॉस्को में कम से कम 20 अपार्टमेंट हैं, जिनकी कीमत 40 मिलियन डॉलर है। ये सभी अपार्टमेंट पॉश इलाकों में हैं। ऐसे में असद इनमें से किसी अपार्टमेंट में या पुतिन की ओर से मिली किसी सुरक्षित जगह में भी रह सकते हैं।
सीरिया में असद के पिता का 29 साल तक शासन
बशर अल-असद का जन्म सीरिया की राजधानी दमिश्क (Syria’s capital Damascus) में हाफिज अल-असद और अनीसा मखलूफ के घर हुआ था। हाफिज 29 साल तक सीरिया के राष्ट्रपति रहे। उनकी 5 संतानों में बशर तीसरे नंबर के थे। बशर शुरू में सेना और राजनीति से दूर रहकर मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाना चाहते थे। दमिश्क यूनिवर्सिटी से स्नातक करने के बाद नेत्र चिकित्सा में विशेषज्ञता के लिए 1992 में वे लंदन चले गए।
असद ने लगा दी थी मीडिया और इंटरनेट पर बैन
22 सितंबर 2001 में बशर अल असद ने कानून पारित कर के सीरिया के सभी साहित्य पर सेंसरशिप लागू कर दी थी। इसके बाद 2008 से 2011 तक यूट्यूब, फेसबुक जैसी वेबसाइट्स को कई बार ब्लॉक किया गया। 2012 में कमेटी टु प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट ने सीरिया को तीसरा सबसे अधिक सेंसर किया देश बताया था।
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