48 घंटे बाद पहाड़ी से अपह्रत छात्रा अलवर से दस्तयाब, तीन आरोपी गिरफ्तार, ससुराल वालों ने किया अपहरण
डीग जिला की स्पेशल टीम को मंगलवार को नाबालिग को दस्तयाब करने व आरोपियों को पकडऩे के निर्देश मिले। इसके बाद डीएसटी टीम ने अपहरण में प्रयोग हुई बोलेरो गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर, उस पर लिखे संकेत के बारे में जानकारी जुटाई। इसके बाद इनपुट मिला की आरोपी नाबालिग के साथ जैरोली थाना तिजारा में छिपे हुए हैं। डीएसटी टीम व थानाधिकारी बनी सिंह ने रात्रि को दबिश दी। परंतु आरोपियों को पुलिस की भनक लग गई और वो नाबालिग को लेकर फरार हो गए। इसके बाद आरोपियों के तरबाड़ा किसनगढ़ वास अलवर में होने की लोकेशन मिली तो टीमों ने दबिश देकर नाबालिग को दस्तयाब कर लिया। साथ ही आरोपी बलवंत निवासी जैरोली, शेखर निवासी गोपालगढ़ एवं महेश निवासी चिरावलमाली थाना नगर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने वारदात में प्रयोग हुई बोलेरो गाड़ी को जब्त किया है।

भरतपुर। डीग जिले के पहाड़ी कस्बे से हथियारों के बल पर अपह्त नाबालिग छात्रा (minor girl student kidnapped at gunpoint) को दो दिन बाद अलवर जिले से दस्तयाब किया गया। पुलिस ने तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान 2 आरोपियों ने भागने का प्रयास किया तो उनके पैर टूट गए, जिन्हें पहाड़ी अस्पताल में भर्ती किया गया। जिन्हे प्राथमिक उपचार के बाद जिला हॉस्पिटल रैफर कर दिया गया। पहाड़ी सीओ गिर्राज मीणा (Pahari CO Girraj Meena) ने बताया कि नाबालिग को ढूंढने के लिए 3 टीमें लगातार काम कर रही थी।
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किडनैपर ससुराल वाले और उसके रिश्तेदार
आरोपियों को लोकेशन के आधार पर किशनगढ़वास से गिरफ्तार किया गया है। जैसे ही पुलिस की टीम आरोपियों को पकडऩे गई तो आरोपी बलबंत सिंह उर्फ भुल्लड़ निवासी जैरोली व शिखर निवासी गोपालगढ़ (Balbant Singh alias Bhullad resident of Jairoli and Shikhar resident of Gopalgarh.) भागने लगे। इस दौरान गिरने के कारण दोनों आरोपियों को चोट लगी है। जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। नाबालिग को किडनैप करने वाले आरोपी नाबालिग के ससुराल वाले और उसके रिश्तेदार हैं। फिलहाल नाबालिग को उसके परिजनों के लिए सुपुर्द कर दिया गया है। आरोपियों के डिस्चार्ज होने के बाद उनसे पूछताछ की जाएगी।
आरोपियों ने हवाई फायरिंग की थी
उल्लेखनीय है कि 23 दिसंबर को नाबालिग को पेट्रोल पंप के पास से किडनैप किया गया था। जो कि पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे में घटना कैद हो गई थी। नाबालिग 10वीं का पेपर देकर जैसे ही स्कूल से कुछ दूरी पर पहुंची तो आरोपियों ने नाबालिग को उठा कर बोलेरो गाड़ी के अंदर डाल दिया। जब आसपास के लोगों और स्कूल की बाकी छात्राओं ने उसे बचाने की कोशिश की तो, आरोपियों ने हवाई फायरिंग कर दी। जिसके बाद सभी लोग पीछे हट गए और आरोपी नाबालिग को गाड़ी में डालकर फरार हो गए। घटना के तुरंत बाद तीन पुलिस की टीमों का गठन किया गया। इसके बाद पुलिस ने लोकेशन के आधार पर आरोपियों की तलाश में कई जगह दबिश दी। लेकिन, आरोपी पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हो जाते थे। गुरुवार को आरोपियों की लोकेशन किशनगढ़वास की मिली। इसके बाद पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर नाबालिग को दस्तयाब किया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
स्पेशल टीम की रही कड़ी मेहनत
डीग जिला की स्पेशल टीम को मंगलवार को नाबालिग को दस्तयाब करने व आरोपियों को पकडऩे के निर्देश मिले। इसके बाद डीएसटी टीम ने अपहरण में प्रयोग हुई बोलेरो गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर, उस पर लिखे संकेत के बारे में जानकारी जुटाई। इसके बाद इनपुट मिला की आरोपी नाबालिग के साथ जैरोली थाना तिजारा में छिपे हुए हैं। डीएसटी टीम व थानाधिकारी बनी सिंह ने रात्रि को दबिश दी। परंतु आरोपियों को पुलिस की भनक लग गई और वो नाबालिग को लेकर फरार हो गए। इसके बाद आरोपियों के तरबाड़ा किसनगढ़ वास अलवर में होने की लोकेशन मिली तो टीमों ने दबिश देकर नाबालिग को दस्तयाब कर लिया। साथ ही आरोपी बलवंत निवासी जैरोली, शेखर निवासी गोपालगढ़ एवं महेश निवासी चिरावलमाली थाना नगर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने वारदात में प्रयोग हुई बोलेरो गाड़ी को जब्त किया है।
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Mahendra Mangal