Rajasthan News: डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई, मरीज की जगह अटेंडेंट की सर्जरी! लगा दिया चीरा
घटना 12 अप्रेल की है, लेकिन बुधवार को सामाजिक कार्यकर्ता के अस्पताल अधीक्षक से शिकायत करने पर मामला उजागर हुआ। कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग में जगदीश नाम के मरीज की डायलिसिस फिस्टुला के लिए सर्जरी होनी थी। मरीज जगदीश ओटी के बाहर मौजूद था। ओटी स्टॉफ ने जब जगदीश नाम से आवाज दी, तो किसी दूसरे मरीज के पिता जगदीश ने हाथ उठाया। वे पिछले 10 वर्ष से पैरालाइज्ड होने से ठीक से बोल नहीं पाते है। बिना पहचान सत्यापित किए, स्टॉफ उन्हें ऑपरेशन थिएटर में ले गया और उन्हें बेहोश कर हाथ में चीरा लगा दिया। तभी अन्य चिकित्सकों को पता लगा तो हाथ के टांके लगाकर उन्हें बेटे के वार्ड में बैठा दिया।

कोटा। कोटा मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां मरीज की जगह किसी दूसरे रोगी के अटेंडेंट पिता को ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर सर्जरी शुरू कर दी गई। हालांकि, समय रहते गलती पता चलने से सर्जरी का प्रोसिजर पूरा नहीं किया गया।
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बेहोश कर हाथ में चीरा लगा दिया
घटना 12 अप्रेल की है, लेकिन बुधवार को सामाजिक कार्यकर्ता के अस्पताल अधीक्षक से शिकायत करने पर मामला उजागर हुआ। कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग में जगदीश नाम के मरीज की डायलिसिस फिस्टुला के लिए सर्जरी होनी थी। मरीज जगदीश ओटी के बाहर मौजूद था। ओटी स्टॉफ ने जब जगदीश नाम से आवाज दी, तो किसी दूसरे मरीज के पिता जगदीश ने हाथ उठाया। वे पिछले 10 वर्ष से पैरालाइज्ड होने से ठीक से बोल नहीं पाते है। बिना पहचान सत्यापित किए, स्टॉफ उन्हें ऑपरेशन थिएटर में ले गया और उन्हें बेहोश कर हाथ में चीरा लगा दिया। तभी अन्य चिकित्सकों को पता लगा तो हाथ के टांके लगाकर उन्हें बेटे के वार्ड में बैठा दिया।
जांच के लिए कमेटी गठित
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. संगीता सक्सेना ने बताया, घटना के बारे में बुधवार को पता लगने पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है। इधर, वैस्कुलर सर्जन डॉ. राजेन्द्र महावर ने गलत ऑपरेशन की बात को अफवाह बताया है।
डॉक्टरों ने दबाया, शिकायत हुई तो सामने आया मामला
अस्पताल में मरीज के परिजन के साथ इतनी बड़ी लापरवाही होने के बाद भी डॉक्टरों ने इस मामले को दबाए रखा। घटना 12 अप्रेल की है और इसकी जानकारी कॉलेज प्रशासन को 16 अप्रेल को लगी। वह भी तब जब कुंजबिहारी सिंघल ने अस्पताल प्रशासन को ज्ञापन देकर शिकायत की।
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