Alwar News: पेयजल संकट को लेकर खुद सड़क पर उतरीं कलेक्टर, पुराने इलाकों में पेयजल व्यवस्था की ली जानकारी
ब्रह्मचारी मोहल्ले के लोगों ने पानी की मांग को लेकर मिनी सचिवालय के बाहर सड़क जाम कर दिया था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर ने बताया कि शहर में कई ऐसे इलाके चिह्नित किए गए हैं, जहां पेयजल संकट विकराल हो चुका है। ऐसे क्षेत्रों में जल्द ही टैंकर से पानी की सप्लाई शुरू की जाएगी। हालांकि, बीते समय में टैंकरों के जरिए आपूर्ति की गई थी, फिर भी कई लोगों तक पानी नहीं पहुंच सका। स्थानीय लोगों का आरोप है कि टैंकरों को तो आसानी से पानी मिल जाता है, लेकिन आमजन को नहीं। प्रशासन की ओर से आज तक यह जांच नहीं की गई कि टैंकरों को आखिर पानी कहां से मिल रहा है, जबकि लोग बूंद-बूंद के लिए परेशान हैं।

अलवर। गर्मी की शुरुआत के साथ ही शहर में गहराते पेयजल संकट को देखते हुए अलवर की जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला को खुद सड़कों पर उतरना पड़ा। बुधवार सुबह कलेक्टर शुक्ला एक बार फिर एक्शन मोड में नजर आईं। उन्होंने शहर के पुराने इलाकों शिवाजी पार्क, दिल्ली दरवाजा और विकास पथ क्षेत्र का दौरा कर लोगों से पेयजल व्यवस्था की स्थिति की जानकारी ली।
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समस्याओं का समाधान गंभीरता से किया जाए
इस दौरान जलदाय विभाग के अधिकारी भी उनके साथ मौजूद थे। कलेक्टर ने उन मोहल्लों का निरीक्षण किया जहां टेल एंड पर पानी नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे क्षेत्रों में दूसरी तरफ से कनेक्शन दिए जाएं, ताकि सभी को पानी मिल सके। जहां ट्यूबवेल की कमी है, वहां नए ट्यूबवेल लगाने के भी आदेश दिए गए। निरीक्षण के दौरान कई नागरिकों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों की शिकायतें कीं, जिस पर कलेक्टर ने सख्ती दिखाते हुए अधिकारियों से कहा कि समस्याओं का समाधान गंभीरता से किया जाए ताकि भविष्य में लोगों को परेशानी न उठानी पड़े।
जल्द ही टैंकर से पानी की सप्लाई शुरू
गौरतलब है कि मंगलवार को ब्रह्मचारी मोहल्ले के लोगों ने पानी की मांग को लेकर मिनी सचिवालय के बाहर सड़क जाम कर दिया था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर ने बताया कि शहर में कई ऐसे इलाके चिह्नित किए गए हैं, जहां पेयजल संकट विकराल हो चुका है। ऐसे क्षेत्रों में जल्द ही टैंकर से पानी की सप्लाई शुरू की जाएगी। हालांकि, बीते समय में टैंकरों के जरिए आपूर्ति की गई थी, फिर भी कई लोगों तक पानी नहीं पहुंच सका। स्थानीय लोगों का आरोप है कि टैंकरों को तो आसानी से पानी मिल जाता है, लेकिन आमजन को नहीं। प्रशासन की ओर से आज तक यह जांच नहीं की गई कि टैंकरों को आखिर पानी कहां से मिल रहा है, जबकि लोग बूंद-बूंद के लिए परेशान हैं।
सिलीसेढ़ से पानी लाने की योजना पर भी चर्चा
जलदाय विभाग ने हाल ही में शहर के कई इलाकों में बोरिंग करवाई थी, लेकिन इनमें से कई जगहों पर पानी नहीं मिला। उधर, ईआरसीपी योजना के तहत मिलने वाले पानी की बात तो होती है, लेकिन यह पानी कब आएगा, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही। वहीं, सिलीसेढ़ से पानी लाने की योजना पर भी चर्चा चल रही है, लेकिन इसकी टाइमलाइन को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है।
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