बूंदी। नैनवां उपखंड के तलवास गांव में चल रहे गुरुकुल में देर रात आग लगने से तीन बच्चे झुलस गए। दो बच्चों को गंभीर हालत में पहले बूंदी फिर बाद में कोटा अस्पताल में भर्ती करवाया है। अचानक देर रात कमरे में आग लगने से गुरूकुल में अफरा तफरी मच गई, वहीं हादसे की सूचना पर प्रशासन में भी हडकंप मच गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
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गुरुकुल में अध्ययनरत है 14 बच्चे
बता दें कि गुरुकुल में 14 बच्चे अध्ययन करते हैं। वहीं अल सुबह नैनवां पुलिस उपाधीक्षक ने कोटा अस्पताल पहुंचकर घायल बच्चों से घटना की जानकारी ली। वहीं घटना की सूचना के बाद देई थाना पुलिस ,नैनवां तहसीलदार और शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। मौके पर स्थिति का जायजा लेकर मामले की जांच शुरू कर दी।
नीम के पत्तों को जलाने से आग लगने की आशंका
प्रथम दृष्टया बात सामने आई है कि गुरूकुल के नित्य कार्यक्रम के बाद बच्चों ने सोने से पहले मच्छर भगाने के लिए नीम के पत्ते जलाए थे। संभवत यहां से कोई चिंगारी सोने वाले स्थान तक पहुंची और फोम के गद्दों को चपेट में ले लिया हो। इससे भी आग लगने की आशंका हो सकती है, वहीं पुलिस ओर प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है।
झुलसे बच्चों का इलाज जारी
डीएसपी शंकर लाल मीणा की माने तो गुरुकुल में 14 लड़के रहते है। रात 12.15 बजे के आसपास जिस हॉल में बच्चे सो रहे थे, उसमें आग लगी। आग की चपेट में रितेश, शिव शंकर और अभिजीत शर्मा झुलस गए। मौके पर पहुंची पुलिस और गुरुकुल प्रबंधन ने उन्हें कोटा एमबीएस अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती करवाया गया है। घायल बच्चों ने बताया कि मच्छर भगाने के लिए उन्होंने नीम की पत्तियां जलाई थीं, जिसके बाद में मच्छरदानी ने आग पकड़ ली।
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