Congo Virus: कांगो वायरस से जोधपुर में एक महिला की मौत, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
बेनाड़ क्षेत्र के नांदड़ा कला निवासी सुमेर कंवर नामक महिला की तबियत तीन अक्तूबर को बिगड़ी थी। उसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ तो उसे मथुरादास माथुर अस्पताल रेफर किया गया। वहां पर भी जब उसकी स्थिति बिगड़ती चली गई तो उसे पांच अक्तूबर को अहमदाबाद ले जाया गया। जहां आठ अक्तूबर को सुबह तीन बजे महिला की मौत हो गई। उसके बाद परिजनों ने मृतक की शव को लाकर अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन महिला के अंतिम संस्कार के बाद इस बात की पुष्टि हुई कि महिला को कांगो फीवर था।
जोधपुर। जोधपुर जिले में पांच साल बाद फिर ‘कांगो वायरस’ (Congo virus ) लौट आया है। इस बार एक महिला की इस खतरनाक वायरस से मौत हुई है। जोधपुर स्वास्थ्य विभाग महिला के संपर्क में आए लोगों को सर्विलांस पर रखकर उनके सैंपल कलेक्ट कर रहा है।
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15 दिन तक सर्विलांस पर रहेंगे
साल 2019 के बाद एक बार फिर जोधपुर (Jodhpur) शहर में कांगो बुखार ने दस्तक दिया है। इस बार एक महिला की मौत होने के बाद चिकित्सा विभाग (health department ) को इस बात की जानकारी मिली। जानकारी मिलते ही चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया। बता दें कि मृतक महिला में कांगो फीवर की पुष्टि होने के बाद चिकित्सा विभाग के डिप्टी सीएमएचओ और पशुपालन विभाग के अधिकारी(Deputy CMHO and Animal Husbandry Department officials) महिला के निवास पर पहुंचे। मौके पर सैंपल एकत्रित किए गए हैं। इसके अलावा मृतक महिला के संपर्क में आने वाले लोगों की सूची बनाई जा रही है, जो आगामी 15 दिन तक सर्विलांस पर रहेंगे।
अंतिम संस्कार के बाद कांगो फीवर की पुष्टि
जानकारी के अनुसार, बेनाड़ क्षेत्र के नांदड़ा कला निवासी सुमेर कंवर (Sumer Kanwar (51), resident of Nandara Kala.) नामक महिला की तबियत तीन अक्तूबर को बिगड़ी थी। उसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ तो उसे मथुरादास माथुर अस्पताल (Mathuradas Mathur Hospital) रेफर किया गया। वहां पर भी जब उसकी स्थिति बिगड़ती चली गई तो उसे पांच अक्तूबर को अहमदाबाद (Ahmedabad) ले जाया गया। जहां आठ अक्तूबर को सुबह तीन बजे महिला की मौत हो गई। उसके बाद परिजनों ने मृतक की शव को लाकर अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन महिला के अंतिम संस्कार के बाद इस बात की पुष्टि हुई कि महिला को कांगो फीवर था।
चिकित्सा विभाग की टीम हरकत में आई
दरअसल, अहमदाबाद से महिला के सलाइवा का सैंपल पुणे (Saliva sample Pune) भेजा गया। जहां जांच में इस बात की पुष्टि हुई, जिसकी जानकारी तुरंत जयपुर चिकित्सा विभाग को दी गई। जयपुर चिकित्सा विभाग ने जोधपुर चिकित्सा विभाग की टीम को इस बात की जानकारी दी। जैसे ही जोधपुर चिकित्सा विभाग की टीम को इस बात का जानकारी मिली, चिकित्सा विभाग की टीम हरकत में आई और तुरंत महिला के निवास पर पहुंची। जहां उसके साथ रहने वाले सभी परिजनों के सैंपल कलेक्ट किए गए।
सभी कर्मचारियों की सूची बनाई
इसके अलावा मृतक महिला के घर में करीब 10 पशु रखे थे, उनके भी सैंपल लिए गए। इसके अलावा गायों के शरीर पर चिपके हुए टिक्स के भी सैंपल लिए गए। फिलहाल, मृतक महिला के परिजन निजी अस्पताल के इलाज करने वाले कर्मचारी एमडीएम के इलाज करने वाले कर्मचारी और अहमदाबाद में इलाज करने वाले सभी कर्मचारियों की सूची बनाई गई है। जो आगामी 15 दिन तक सर्विलांस पर रहेंगे। चिकित्सा विभाग की टीम प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एकत्रित करेगी।
प्रदेश भर में सतर्कता बरतने के दिए निर्देश
प्रदेश में कांगो फीवर से एक मौत की पुष्टि होने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश भर में इस बीमारी की रोकथाम एवं बचाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर (Director Public Health Dr. Ravi Prakash Mathur) ने बताया कि जोधपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को प्रभावित क्षेत्र में रेपिड रेस्पॉन्स टीम(Rapid Response Team) भेजकर संक्रमण की रोकथाम के लिए निर्देश दिए गए हैं। साथ ही क्षेत्र में संदिग्ध एवं सिम्पटोमेटिक रोगियों की ट्रेसिंग कर उन्हें आइसोलेशन में रखने को कहा गया है।
कांगो फीवर जूनोटिक वायरल डिजीज
डॉ. माथुर ने बताया कि कांगो फीवर एक जूनोटिक वायरल डिजीज(zoonotic viral disease) है, जो टिक (पिस्सू) के काटने से होती है। इसे देखते हुए पशुपालन विभाग को इस बीमारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में इस बीमारी की रोकथाम एवं बचाव के लिए सभी सुरक्षात्मक कदम उठाने तथा आमजन को जागरुक करने के भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि संक्रमण का प्रसार न हो। सभी निजी एवं राजकीय चिकित्सा संस्थानों को निर्देशित किया गया है कि किसी व्यक्ति में कांगो फीवर के लक्षण नजर आएं तो तत्काल प्रभाव से सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाएं। साथ ही, चिकित्सा विभाग को इसकी सूचना दें।
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