Cyber Fraud:जिससे ट्रेडिंग सीखी, उसी से लूटे 70 लाख, जानें क्या है पूरा मामला?
धनानी निवासी सुरेश पिछले कुछ सालों से शेयर मार्केट व कमोडिटी ट्रेडिंग (Share market and commodity trading) का काम करता था। वह यूके से लिस्टेड ट्रेडेक्सो कंपनी(UK listed tradexo company) का काम अहमदाबाद से संभालता था। आरोपी नरेंद्र भी उसी से ट्रेडिंग सीखा था। अहमदाबाद में ट्रेनिंग लेने के बाद नरेंद्र ने उसी की साइट पर खाता खोलकर ट्रेडिंग शुरु की, लेकिन 2-3 महीने बाद छोड़ दिया। लेकिन प्लेटफॉर्म नहीं छोड़ा। वह जब कभी ट्रेड कर लिया करता था। लेकिन आरोपी नरेंद्र ने सायला में ट्रेडिंग की ट्रेनिंग क्लास शुरु कर दी। वह अब तक करीब 25 से अधिक लोगों को ट्रेडिंग सीखा चुका है। इस बार उसने सुरेश को ही लूटने की योजना बनाई।
जेताराम परिहार/सायला(जालोर)। सायला थाना पुलिस ने बंदूक दिखाकर फॉरेन ट्रेड (foreign trade) कर लूटने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने एक ब्रोकर साइट के एडमिन पैनल (Broker site admin panel) को हैक कर क्रिप्टो फोरेक्स से डालर में कन्वर्ट (Convert Crypto Forex to Dollar) करवा कर करीब 70 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर ठग लिए। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
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दोस्तों ने ही दोस्तों को लूटा
पुलिस के अनुसार 2 अक्टूबर को धनानी निवासी सुरेश कुमार पुत्र पीराराम माली ने सायला थाने में रिपोर्ट दी कि मैं अहमदाबाद में फोरिक्स ट्रेडिंग (forex trading in ahmedabad) का काम करता हूं। मेरे साथ नासिक निवासी टेक्नीशियन विनोद कुमार व गौरव भारद्वाज भी दुबई से यही काम करते हैं। सायला निवासी नरेन्द्र कुमार पुत्र मालाराम माली ने मुझे व मेरे साथियों को फोन कर ट्रेडिंग की मीटिंग के लिए बुलाया तो मैं व मेरे साथी 29 सितंबर को पहुंच गए। नरेंद्र हम तीनों को सायला निवासी उदय सिंह के कृषि कुएं पर ले गया। जहां बंदूक लिए खड़े तीन चार लोगों ने हमें जबरदस्ती गाड़ी से नीचे उतारा और धमकाया।
70 लाख रुपए अपने खातों में ट्रांसफर करवाए
नरेंद्र व मुकेश पुत्र देवाराम माली, उदय सिंह, विशाल, भागेश व अन्य 10-12 ने बंदूक दिखाकर पहले मारपीट की और फिर मेरे दोनों साथियों के कंधे पर बंदूक रखकर उनके मोबाइल से जबरदस्ती क्रिप्टो फोरिक्स को डालर में कनवर्ट करवा कर करीब 70 लाख रुपए अपने खातों में ट्रांसफर करवाए। साथ ही हमारे पास से नकद 50 हजार रुपए भी लूट लिए।
कंपनी के सिस्टम की पूरी जानकारी
नरेंद्र को हमारी कंपनी के सिस्टम की पूरी जानकारी थी। उसने कंपनी के सिस्टम को हैक कर पूरा पेनल अपने हाथ में ले लिया और 1 लाख डॉलर का एक व 50 हजार डॉलर का एक खाता ट्रांजेक्शन कर खुद के खाते में लिए। रात करीब साढ़े आठ बजे उन्होंने हमें छोड़ा। मारपीट से मेरे साथी गौरव को काफी चोटें आईं। पुलिस ने नरेंद्र मुकेश माली, भागेश व विशाल को गिरफ्तार किया है।
25 से अधिक लोगों को ट्रेडिंग सीखा चुका
सायला के धनानी निवासी सुरेश पिछले कुछ सालों से शेयर मार्केट व कमोडिटी ट्रेडिंग (Share market and commodity trading) का काम करता था। वह यूके से लिस्टेड ट्रेडेक्सो कंपनी(UK listed tradexo company) का काम अहमदाबाद से संभालता था। आरोपी नरेंद्र भी उसी से ट्रेडिंग सीखा था। अहमदाबाद में ट्रेनिंग लेने के बाद नरेंद्र ने उसी की साइट पर खाता खोलकर ट्रेडिंग शुरु की, लेकिन 2-3 महीने बाद छोड़ दिया। लेकिन प्लेटफॉर्म नहीं छोड़ा। वह जब कभी ट्रेड कर लिया करता था। लेकिन आरोपी नरेंद्र ने सायला में ट्रेडिंग की ट्रेनिंग क्लास शुरु कर दी। वह अब तक करीब 25 से अधिक लोगों को ट्रेडिंग सीखा चुका है। इस बार उसने सुरेश को ही लूटने की योजना बनाई।
जिससे ट्रेडिंग सीखी, उसी को लूटने की योजना बनाई
16 लोगों का 30 सितंबर को पूरा कोर्स होना था। सुरेश को भी बुला लिया था आरोपी नरेंद्र माली की सायला में संचालित ट्रेडिंग क्लास में फिलहाल 16 लोग कोर्स कर रहे थे। 30 सितंबर को उनका कोर्स पूरा होने वाला था। इस पर उसने पीड़ित सुरेश व उसके टेक्निकल टीम के साथियों को ट्रेनिंग व एक्सपर्ट लेक्चर (Training and expert lectures) देने के लिए बुलाया था। बार-बार कहने पर सुरेश व उसकी टीम राजी हुई और वे 29 को जालोर पहुंचे। यहां उनके साथ यह घटना घटित हो गई।
टेक्निकल टीम को पहले से जानता था नरेंद्र, दुबई भी गया, फिर साजिश रची
नरेंद्र सुरेश के साथ दुबई गया था और वहां उसकी टेक्निकल टीम से मिला था। इस बार उसने बड़ी साजिश रची थी तो उसको सुरेश के साथ टेक्निकल टीम (technical team) की जरूरत थी। उसने टीम से मारपीट कर आईडी पासवर्ड लिए और सिस्टम को हैक कर लिया। घटना के बाद तीनों पीड़ितों ने जब छानबीन की तो ठगी की राशि करीब 70 लाख रुपए निकली।
पहले दर्ज नहीं की रिपोर्ट, बाद में एक्शन में आई पुलिस
पहले सायला थाने में पीड़ित की रिपोर्ट नहीं ली गई। उसके बाद जयपुर से किसी बड़े नेता से फोन करवाया, तब पुलिस एक्शन में आई। नेता के फोन के बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और तुरंत एक्शन लेते गिरफ्तारी की। हालांकि उदय सिंह अभी फरार चल रहा है।
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