आदमखोर तेंदुए का अंत,शूटर ने मारी गोली; अब तक 8 की ले चुका था जान
आदमखोर तेंदुए को मारने के लिए उदयपुर पुलिस लाइन(Udaipur Police Line) से शूटर्स टीम की एक टीम बनाई गई थी, जिसमें गोगुंदा थानाधिकारी शैतान सिंह(Gogunda police station officer Shaitan Singh), कांस्टेबल अजय राज, गिरिराज और देवी सिंह शामिल थे। इन्हीं ने आज सुबह तेंदुए को चारों तरफ से घेरकर उस पर फायरिंग शुरू कर दी। करीब 8 राउंड फायर किए गए, जिसके चलते मदार गांव(Madar village) से 5 किमी दूर जाकर तेंदुए ने दम तोड़ दिया। जब टीम तेंदुए की तलाश कर रही थी तब उन्हें गोगुंदा तहसील और बड़गांव तहसील के बॉर्डर पर उसका शव बरामद हुआ।

उदयपुर। उदयपुर जिले के गोगुंदा गांव (Gogunda Village) में आदमखोर तेंदुए की दहशत से शुक्रवार सुबह लोगों को मुक्ति मिल गई। शार्प शूटर ने मदार इलाके में आदमखोर तेंदुए को गोली मार दी( Leopard Shoot Dead in Udaipur), जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस तहसील इलाके में तेंदुए ने बीते करीब 1 महीने से आतंक मचा रखा था। तेंदुए के हमले में यहां 8 लोगों की जान जा चुकी थी, जिसके बाद वन विभाग ने आदमखोर को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए थे। इसके बाद से ही उसकी तलाश की जा रही थी, जिसमें आज सुबह सफलता मिल गई। तेंदुए को गोली मारने की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मदार के लिए रवाना हो गई।
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तेंदुए के ‘आदमखोर’ होने की पुष्टि बाकी
मौके पर पहुंचकर वन विभाग (forest department) की टीम मारे गए तेंदुए की जांच करेगी। उसके बाद इसकी पुष्टि हो पाएगी कि जो तेंदुआ मारा गया है वो ‘आदमखोर’ (‘man-eater’) था या नहीं। इंसानों का शिकार करने वाले तेंदुए की पहचान कई तरह से की जाती है। अधिकारियों के अनुसार, आदमखोर तेंदुए के शिकारी दांत या तो घिस जाते हैं या टूट जाते हैं। मौके पर पहुंचकर इसकी जांच की जाएगी। मदार से तेंदुए के शव को जांच के लिए सेंटर में भी भेजा जाएगा, जहां उसकी डिटेल्ड जांच हो सकेगी।
8 राउंड फायर, 5 KM दूर मिला शव
आदमखोर तेंदुए को मारने के लिए उदयपुर पुलिस लाइन(Udaipur Police Line) से शूटर्स टीम की एक टीम बनाई गई थी, जिसमें गोगुंदा थानाधिकारी शैतान सिंह(Gogunda police station officer Shaitan Singh), कांस्टेबल अजय राज, गिरिराज और देवी सिंह शामिल थे। इन्हीं ने आज सुबह तेंदुए को चारों तरफ से घेरकर उस पर फायरिंग शुरू कर दी। करीब 8 राउंड फायर किए गए, जिसके चलते मदार गांव(Madar village) से 5 किमी दूर जाकर तेंदुए ने दम तोड़ दिया। जब टीम तेंदुए की तलाश कर रही थी तब उन्हें गोगुंदा तहसील और बड़गांव तहसील के बॉर्डर पर उसका शव बरामद हुआ।
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