Kailadevi Lakkhi Fair: 26 मार्च से 11 अप्रैल तक आयोजित होगा कैलादेवी लक्खी मेला, 50 लाख श्रद्धालु लेंगे हिस्सा
डीजे की धुन पर लागुरिया गीतो पर नाचते युवक और युवतियां और कैला माता के जयकारों के बीच पदयात्रियों के जत्थे आस्थाधाम कैलादेवी देवी की ओर बढ़ रहे हैं। सैकड़ों किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद चेहरे पर थकान की शिकन की वजह मां के दर पहुंचने की ललक दिखाई दे रही है। तेज धूप के बावजूद पद यात्रियों के कदम थम नहीं रहे हैं। जिले के विभिन्न मार्गों पर इन दिनों दिन रात आस्था की कतार नजर आ रही है।कैलामाता के लक्खी मेले में आने वाले लाखो श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की पूरी व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा कमर कस ली गई है।

अवनीश पाराशर/करौली। उत्तर भारत का प्रसिद्ध आस्था धाम कैलादेवी का लक्खी मेला 26 मार्च से प्रारंभ होकर 11 अप्रैल तक चलेगा। 17 दिन तक चलने वाले इस लक्खी मेले मे मध्यप्रदेश, उतरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, सहित विभिन्न राज्यों और राजस्थान के अन्य इलाकों से करीब 50 लाख श्रद्धालु मेले मे भाग लेगे। खास बात मेले में इस बार यह रहेगी कि मेले में पॉलीथिन और प्लास्टिक पूर्ण रूप से वर्जित रहेगा। दूसरी तरफ मेले की तैयारियों और व्यवस्थाओं को देखने स्वयं जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना और पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने करौली से कैलादेवी मंदिर तक 17 किलोमीटर तक पैदल चलकर मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इधर लक्खी मेले को देखते हुए पदयात्रियों का आना प्रारंभ हो गया है। सड़कों पर डीजे की धुन पर नाचते गाते पदयात्री नजर आने लगे है।
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डीजे की धुन पर नाचते गाते आ रहे हैं पदयात्री
डीजे की धुन पर लागुरिया गीतो पर नाचते युवक और युवतियां और कैला माता के जयकारों के बीच पदयात्रियों के जत्थे आस्थाधाम कैलादेवी देवी की ओर बढ़ रहे हैं। सैकड़ों किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद चेहरे पर थकान की शिकन की वजह मां के दर पहुंचने की ललक दिखाई दे रही है। तेज धूप के बावजूद पद यात्रियों के कदम थम नहीं रहे हैं। जिले के विभिन्न मार्गों पर इन दिनों दिन रात आस्था की कतार नजर आ रही है।कैलामाता के लक्खी मेले में आने वाले लाखो श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की पूरी व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा कमर कस ली गई है।
विभिन्न जगहों पर लगे भंडारे
बाहर से कैलादेवी आने वाले पदयात्रियों के लिए भामाशाह समाजसेवी और विभिन्न संगठनों की ओर से जगह-जगह पर भंडारे आयोजित किये जा रहे हैं। जहां पर श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ ठहरने और नहाने धोने की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए जगह जगह पर चिकित्सकों की टीमें तैनात की गई हैं. जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए रोडवेज प्रशासन की तरफ से भी 350 मेला स्पेशल बसें चलाई गई हैं।
DM, SP बोले पद यात्रियों को नहीं आने दी जाएगी कोई परेशानी
जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने बताया की मेले के दौरान हिण्डौन से आने वाले पदयात्राओं के लिए पांचना पुल के आस पास सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। आने वाले पदयात्रियों के लिए करौली से कैलादेवी तक विभिन्न स्थानों पर प्याऊ एवं भोजन के लिए भामाशाहों द्वारा भण्डारे की व्यवस्था की गई है। भोजन व्यवस्था के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा खाद्य निरीक्षक को भी नियमित निरीक्षण के लिए पाबन्द किया गया। विधुत विभाग द्वारा निर्वाध रूप से चौबीसों घन्टे लाईट उपलब़्ध कराने के लिए कर्मचारियों को पाबन्द करा दिया गया है। मन्दिर ट्रस्ट द्वारा सीसीटीवी कैमरे एवं पेयजल की व्यवस्था के साथ- साथ शौचालयों का निर्माण भी कराया गया है। चिकित्सा विभाग द्वारा चौबीसों घन्टे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों की राउण्ड बार नियुक्ति कर दी गई है। मेले की व्यवस्था संभालने के लिए उपखंड अधिकारी प्रेमराज मीना को मेला मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है. साथ ही सहायक मेले मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गये है। पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया की कानून और सुरक्षा व्यवस्था के लिए कैलादेवी मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये है। राजस्थान पुलिस, RAC होमगार्ड, सिविल डिफेंस, SDRF के हजारों की संख्या मे जवान नियुक्त किये गए है। इसके अलावा 40 पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। पांचना एवं कालीसिल पर गोताखोरों की नियुक्ति कर दी गई है। असमाजिक तत्वों पर पुलिस निगरानी बनाये हुए है। पुलिस अधीक्षक स्वयं मेले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
मेले मे पूर्णतः प्लास्टिक और पॉलिथीन पर रहेगा प्रतिबंध
मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारी संतोष सिंह मामा और विवेक द्विवेदी ने बताया कि मां कैलादेवी का लक्खी मेला इस बार 26 मार्च से प्रारंभ होगा। जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. दूरदराज से आने वाले भक्तों को सुबह 4:00 बजे से रात्रि 9 बजे तक मां के दर्शन होंगे। अगर भक्तोँ की संख्या अधिक होगी तो मंदिर प्रशासन की तरफ से एक घंटा का अतिरिक्त समय और दिया जा सकता है. यानी की मां के भक्तों को 10 तक दर्शन करने का मौका मिल सकेगा. भक्तों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए बड़ी धर्मशाला सहित अन्य धर्मशालाओं मे निशुल्क रहने की व्यवस्था के साथ ही अनेक जगहों पर निशुल्क भंडारे लगाए गए हैं. इसके साथ ही वातानुकूलित पंखे एवं पीने के पानी की व्यवस्था की गई है. भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए चिकित्सा टीम की जगह जगह तैनाती की गई है. साथ ही पुलिस प्रशासन का जाब्ता भी बड़ी संख्या में लगाया गया है. ताकि भक्त लोग शांति एवं आनंद के साथ मां के दर्शन लाभ प्राप्त कर सके. उन्होंने बताया कि इस बार मंदिर में पॉलीथिन और प्लास्टिक पूर्णतया बंद रहेगी. यानी कि प्रतिबंध रहेगा. साथ ही यात्रियों को पार्किंग से मंदिर तक लाने ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था भी की गई है. इसके अलावा दर्शन करने के लिए रेलिंग की की व्यवस्था की गई है. मंदिर परिसर में वातानुकूलित हवा के साथ-साथ केवड़ा छिड़काव की भी व्यवस्था की गई है..400 सफाई कर्मी तैनात किए गए हैं जो 24 घंटे सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने का काम करेंगे. इसके अलावा 350 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो असामाजिक तत्वों पर नजर बनाए रखेंगे. जगह-जगह पेयजल व्यवस्था के लिए प्याऊ स्थापित की गई हैं।
मेला तैयारियों का लिया जायजा
जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना और पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने शाम को कैलादेवी मोड़ से कैलादेवी मंदिर तक पैदल चलकर अब तक की गई तैयारी, विभिन्न मूलभूत व्यवस्थाओं का जायजा लिया साथ ही सुधार के आवश्यक दिशा निर्देश दिए…दोनो अधिकारियों ने उपलब्ध करवाई जा रही पेयजल सुविधा, चिकित्सा सुविधा सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इसके पश्चात उन्होंने रास्ते में चल रहे श्रद्धालुओं से भी बातचीत की तथा उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. उन्होंने अधिकारियों, कर्मचारियों को मेले के संबंध में दिए गए निर्देशों की जमीन स्तर पर स्थिति जांची, जिला कलेक्टर ने बनाये गये अस्थाई शौचालयों की नियमित साफ सफाई करने, सडक के किनारे श्रद्धालुओं के द्वारा फैलाये गये कचरे को प्रतिदिन साफ करने साईड में डस्टबिन रखने सहित श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए इस दौरान उपखण्ड अधिकारी एवं मेला मजिस्ट्रेट प्रेमराज मीणा, विकास अधिकारी, तहसीलदार महेंद्र गुर्जर, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक धर्मेंद्र कुमार मीणा , सानिवि के अधिशाषी अभियन्ता चन्द्रप्रकाश गुर्जर सहित अन्य संबंधित अधिकारी रहे मौजूद।
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