NEET UG 2025 Exam: धोखाधड़ी के झांसे में न आएं नीट अभ्यर्थी, राजस्थान पुलिस ने जारी की पेपर लीक के लिए चेतावनी

राजस्थान पुलिस ने मेडिकल उम्मीदवारों और उनके परिवार के सदस्यों से नीट यूजी 2025 परीक्षा से संबंधित संभावित साइबर धोखाधड़ी से सावधान रहने की सलाह दी है। पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधी टेलीग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर फर्जी पेपर लीक ऑफर कर रहे हैं, जिसमें छात्रों से पैसे की मांग की जा रही है। पुलिस महानिदेशक (साइबर अपराध) हेमंत प्रियदर्शी ने कहा कि जालसाज छात्रों और अभिभावकों से पैसे ठगने की कोशिश कर रहे हैं, यह दावा करके कि नीट का पेपर ऑनलाइन लीक हो गया है और इसे एक निश्चित राशि देकर प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा, छात्रों को चेतावनी दी जाती है कि वे किसी भी अनधिकृत स्रोत से नीट प्रश्नपत्र प्राप्त करने की कोशिश न करें, क्योंकि यह न केवल अवैध है, बल्कि उनके करियर के लिए भी गंभीर खतरा बन सकता है। साइबर अपराधी कैसे काम करते हैं?

जयपुर। राजस्थान पुलिस ने नीट यूजी 2025 परीक्षा से पहले छात्रों को पेपर लीक धोखाधड़ी से बचने की सलाह दी है। पुलिस ने कहा कि जालसाज छात्रों और अभिभावकों से पैसे ठगने की कोशिश कर रहे हैं, यह दावा करके कि नीट का पेपर ऑनलाइन लीक हो गया है।


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साइबर धोखाधड़ी से सावधान रहने की सलाह

राजस्थान पुलिस ने मेडिकल उम्मीदवारों और उनके परिवार के सदस्यों से नीट यूजी 2025 परीक्षा से संबंधित संभावित साइबर धोखाधड़ी से सावधान रहने की सलाह दी है। पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधी टेलीग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर फर्जी पेपर लीक ऑफर कर रहे हैं, जिसमें छात्रों से पैसे की मांग की जा रही है। पुलिस महानिदेशक (साइबर अपराध) हेमंत प्रियदर्शी ने कहा कि जालसाज छात्रों और अभिभावकों से पैसे ठगने की कोशिश कर रहे हैं, यह दावा करके कि नीट का पेपर ऑनलाइन लीक हो गया है और इसे एक निश्चित राशि देकर प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा, छात्रों को चेतावनी दी जाती है कि वे किसी भी अनधिकृत स्रोत से नीट प्रश्नपत्र प्राप्त करने की कोशिश न करें, क्योंकि यह न केवल अवैध है, बल्कि उनके करियर के लिए भी गंभीर खतरा बन सकता है।


साइबर अपराधी कैसे काम करते हैं?
उन्होंने बताया कि “नीट पीजी लीक मैटेरियल्स” नाम का एक चैनल चल रहा है और इससे करीब 20,600 सदस्य जुड़े हुए हैं और छात्रों से 50,000 से 70,000 रुपये तक की मांग की जाती है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह स्पष्ट किया गया है कि यह परीक्षा प्रक्रिया अत्यंत सुरक्षित और गोपनीय है और पेपर लीक होने की कोई संभावना नहीं है।


पुलिस ने छात्रों को दी सलाह
राजस्थान पुलिस ने परीक्षार्थियों और उनके परिवारों को सलाह दी कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति से अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे रोल नंबर, बैंक खाते की जानकारी या कोई अन्य संवेदनशील डेटा साझा न करें। यदि किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि जैसे फर्जी लिंक, टेलीग्राम ग्रुप, स्क्रीनशॉट या बैंक विवरण सामने आए, तो उसे तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930, साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल या नजदीकी पुलिस थाने में रिपोर्ट करें।


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