Pakistani Spy:: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाला शख्स गिरफ्तार, कांग्रेस से भी संबंध उजागर
पकड़े गए व्यक्ति का नाम शकूर खान है, जो राजस्थान सरकार के रोजगार विभाग में एक कर्मचारी के रूप में कार्यरत है और वर्तमान में जैसलमेर में पोस्टेड था। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि वह पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के सीधे संपर्क में था और लगातार भारत से जुड़ी गोपनीय और संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान को भेज रहा था। बताया जा रहा है ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी शकूर खान पाकिस्तानी एजेंसी के संपर्क में था।

जैसलमेर। भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में उत्पन्न हुए तनावपूर्ण माहौल के बीच जैसलमेर से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। सुरक्षा एजेंसियों ने यहां एक ऐसे शख्स को हिरासत में लिया है, जो न केवल भारत सरकार के रोजगार विभाग में कार्यरत था, बल्कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी कर रहा था। इस गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और राज्य के प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में भी हड़कंप मच गया है।
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रोजगार विभाग जैसलमेर में पोस्टेड था
जानकारी के अनुसार, पकड़े गए व्यक्ति का नाम शकूर खान है, जो राजस्थान सरकार के रोजगार विभाग में एक कर्मचारी के रूप में कार्यरत है और वर्तमान में जैसलमेर में पोस्टेड था। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि वह पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के सीधे संपर्क में था और लगातार भारत से जुड़ी गोपनीय और संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान को भेज रहा था। बताया जा रहा है ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी शकूर खान पाकिस्तानी एजेंसी के संपर्क में था।
पूर्व कैबिनेट मंत्री से था गहरा संबंध
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जांच में पता चला है कि शकूर खान का सीधा संबंध राजस्थान के एक पूर्व कैबिनेट मंत्री से भी रहा है। बताया जा रहा है कि वह कभी पूर्व मंत्री का निजी सचिव भी रह चुका है। इस कड़ी के सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियां इस दिशा में भी जांच कर रही हैं कि क्या पूर्व मंत्री के कार्यकाल के दौरान किसी गोपनीय सूचना या प्रशासनिक गतिविधियों की जानकारी भी पाकिस्तान तक पहुंचाई गई थी।
जयपुर लाया गया आरोपी
गिरफ्तारी के तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों ने शकूर खान को जयपुर स्थानांतरित कर दिया है, जहां उससे लगातार पूछताछ की जा रही है। एजेंसियों की कोशिश है कि शकूर खान के जरिए राज्य में फैले किसी संभावित जासूसी नेटवर्क का पता लगाया जा सके। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस नेटवर्क में और सरकारी अधिकारी, कर्मचारी या राजनीतिक व्यक्ति भी शामिल हैं।
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