उदयपुर। उदयपुर में पैंथर (panther) के आतंक ने ग्रामीणों से लेकर प्रशासन, हर किसी को चिंता में डाल रखा है। एक बार फिर पैंथर के हमले की खबर आई है। जब सायरा में कमोल के भील बस्ती (Bhil settlement of Kamol in Saira) में पैंथर ने हमले किया तो उसे ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला। पैंथर के हमले से भैंस को बचाने के लिए देवाराम ने कोशिश की तो पैंथर ने देवाराम पर हमला कर दिया। इस हमले के बाद ग्रामीणों ने एकजुट होकर पैंथर को घेरा और पीट-पीटकर मार डाला। सूचना पर सायरा थाने का पुलिस जाब्ता और वन विभाग (forest department) मौके पर पहुंचा। वन विभाग ने पैंथर के शव को कब्जे में लिया।
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घर का दरवाजा खोलते ही हमला
ग्रामीणों के मुताबिक कमोल गांव में तड़के यह घटना हुई। बस्ती में 55 वर्षीय देवाराम के घर के पास बाड़े में गाय-भैंस (cow-buffalo) बंधी थी। गाय-भैंस की आवाजें आने पर देवाराम उठा और दरवाजा खोला। दरवाजा खोलते ही देवाराम पर लेपर्ड (leopard) ने हमला कर दिया। पैंथर ने देवराम के दोनों हाथों को नोच दिया, जब वह चिल्लाया तो लेपर्ड भाग गया। लोगों ने देवाराम को नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। हमले के बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों लेपर्ड को घेर लिया और पीट-पीटकर मार डाला।
आबादी क्षेत्र में भी दिख रहा है पैंथर का मूवमेंट
सायरा के आबादी क्षेत्र में पैंथर की दहशत (panther terror) दिखाई दे रही है। हाल ही में पैंथर ने घर के बाहर खड़ी गाय का शिकार कर दिया। आबादी क्षेत्र में पैंथर घुस आने की सूचना पर गांव के सरपंच सहित ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने पशु चिकित्सक और राजस्व विभाग को सूचना दी थी। ग्रामीणों ने बताया कि काफी समय से पैंथर की मूवमेंट देखी जा रही है। जिसके चलते लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल है।
गोगुंदा और झाड़ोल समेत 8 शिकार कर चुका तेंदुआ
उदयपुर में लेपर्ड का आतंक लगातार बरकरार है। गोगुंदा में आदमखोर पैंथर (man-eating panther in gogunda) की तलाश में प्रशासन जुटा हुआ है। बड़ा सवाल यह है कि मारा गया पैंथर आदमखोर है या नहीं? इससे पहले गोगुंदा में 7 और झाड़ोल में 1 समेत कुल 8 लोग लेपर्ड का शिकार हो चुके हैं।
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