Rajasthan Govt: जयपुर-कोटा-जोधपुर में होंगे एक-एक नगर निगम, अब नए सिरे से होगी वार्ड परिसीमन व पुनर्गठन प्रक्रिया

स्वायत्त शासन विभाग ने इसके लिए नए सिरे से अधिसूचना जारी की है। इसमें अब प्रदेश के सभी 305 निकाय शामिल करते हुए परिसीमन-पुनर्गठन की मियाद 15 मई तक बढ़ा दी है। वर्ष 2011 की जनगणना के आधार होगा। ऐसे में जयपुर में नए सिरे से वार्डों की संख्या 150 और जोधपुर व कोटा में 100-100 वार्ड हो सकते हैं। गौरतलब है कि विभाग ने पहले 158 वार्डों का कार्यक्रम निर्धारित किया था, जो एक मार्च तक पूरा होना था। विभाग में राज्य भर्ती आयोग की सचिव अमृता चौधरी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। परिसीमन की प्रक्रिया जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) के निर्देशन में की जाएगी। सभी नगरीय निकायों के आयुक्त और अधिशासी अधिकारी तय समय-सीमा में पूरा करने के लिए जिम्मेदार होंगे।

जयपुर। राजस्थान के जयपुर, जोधपुर और कोटा में एक-एक ही नगर निगम होंगे। राज्य सरकार अभी तक इसके संकेत देती रही, लेकिन स्वायत्त शासन विभाग के वार्डों के परिसीमन और पुनर्गठन के नए आदेश में यह स्पष्ट कर दिया है। इसमें लिखा गया है कि तीनों शहरों में स्थापित दो-दो नगर निगमों का एकीकरण करना प्रस्तावित है। इसी आधार पर भी वार्डों की संख्या का निर्धारण करते हुए निकायों में परिसीमन और पुनर्गठन किया जाएगा।


यह भी देखें


नए सिरे से अधिसूचना जारी

स्वायत्त शासन विभाग ने इसके लिए नए सिरे से अधिसूचना जारी की है। इसमें अब प्रदेश के सभी 305 निकाय शामिल करते हुए परिसीमन-पुनर्गठन की मियाद 15 मई तक बढ़ा दी है। वर्ष 2011 की जनगणना के आधार होगा। ऐसे में जयपुर में नए सिरे से वार्डों की संख्या 150 और जोधपुर व कोटा में 100-100 वार्ड हो सकते हैं। गौरतलब है कि विभाग ने पहले 158 वार्डों का कार्यक्रम निर्धारित किया था, जो एक मार्च तक पूरा होना था।


राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी की नियुक्ति
विभाग में राज्य भर्ती आयोग की सचिव अमृता चौधरी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। परिसीमन की प्रक्रिया जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) के निर्देशन में की जाएगी। सभी नगरीय निकायों के आयुक्त और अधिशासी अधिकारी तय समय-सीमा में पूरा करने के लिए जिम्मेदार होंगे।


मंत्रीमंडलीय उपसमिति करेगी समीक्षा
राज्य सरकार की ओर से गठित मंत्रीमंडलीय उपसमिति परिसीमन और पुनर्गठन से जुड़े प्रस्तावों की समीक्षा करेगी और अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री को सौंपेगी।


इस तरह होगा काम
-परिसीमन प्रस्ताव प्रकाशन: 16 फरवरी से 20 मार्च
-आपत्ति-सुझाव आमंत्रित: 21 मार्च से 10 अप्रेल
-सुझाव पर टिप्पणी सरकार को भेजना: 11 अप्रेल से 1 मई
-आपत्ति-सुझाव का निस्तारण व अनुमोदन: 2 से 15 मई


यह भी पढ़ें

  1. पंचायतों के पुनर्गठन के साथ भजनलाल सरकार करेगी यह बड़ा काम, आधी से ज्यादा आबादी होगी प्रभावित
  2. खाद्य सुरक्षा योजना: राजस्थान के 34 लाख लाभार्थियों के राशन कार्ड ब्लॉक, नहीं मिल रहा गेहूं

Related Articles

Back to top button