Rajasthan News : मुख्यमंत्री ने किया गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना का शिलान्यास, चार जोन में होगा विकास
गोवर्धन परिक्रमा पथ के विकास को चार जोन में बांटकर किया जाएगा : पहला जोन – इस जोन में श्रीनाथजी मंदिर, पूंछरी का लौठा मंदिर, दाऊजी का मंदिर, गंगा मंदिर, नरसिंह जी मंदिर, अप्सरा कुंड, नवल कुंड, फाउंटेन, राधा वाटिका, बॉटेनिकल गार्डन, मयूर वाटिका, विष्णु अवतार गार्डन जैसे प्रमुख धार्मिक और पर्यटक स्थल विकसित होंगे। दूसरा जोन – इस क्षेत्र में भव्य प्रवेश और निकास द्वार, मार्ग का सौंदर्यीकरण, रोशनी, विश्राम मंडप, पेयजल सुविधाएं, फूड जॉइंट्स और भगवान श्री कृष्ण से संबंधित मूर्तियां तथा गैलरियों का निर्माण किया जाएगा। तीसरा जोन – इस क्षेत्र में एंट्री प्लाजा, ग्रीन कैनाल वाटर फ्रंट, पार्किंग स्थल, भजन और कीर्तन स्थल, पौराणिक आर्ट गैलरी, गिरिराज जी म्यूजियम, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। चौथा जोन – इस जोन में 250 फीट ऊंची भव्य मूर्ति का निर्माण होगा जो श्रद्धालुओं का प्रमुख आकर्षण बनेगी। साथ ही, आश्रम गांव, मेडिटेशन हॉल, गौशालाएं, राजस्थानी हैंडीक्राफ्ट बाजार का भी विकास किया जाएगा।
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) ने डीग में पूंछरी का लौठा एवं गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गिरिराजजी के आशीर्वाद से राज्य को समृद्ध बनाने के हमारे सपने को हम शत-प्रतिशत पूरा करेंगे। यह परियोजना इस पावन धाम की आध्यात्मिक खूबसूरती को और बढ़ाते हुए श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में तीर्थ स्थलों का विकास तेजी से हो रहा है, साथ ही हम बुनियादी ढांचे का भी तेजी से निर्माण कर रहे हैं। विशेषकर सड़कों और एक्सप्रेस वे के निर्माण के कार्यों में हम निरंतर प्रगति कर रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं को लाभ होगा।
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हर साल 2 करोड़ करते हैं श्रद्धालु गिरिराज जी की परिक्रमा
मुख्यमंत्री ने गिरिराजजी की परिक्रमा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का जिक्र करते हुए कहा कि हर साल करीब 2 करोड़ श्रद्धालु गिरिराज जी की परिक्रमा करते हैं और यह परिक्रमा भारतीय परिवारों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है। यह विकास परियोजना इस धाम की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक सुंदरता (spiritual and cultural beauty) को न केवल बनाए रखेगी, बल्कि इसे और बढ़ावा देगी।
चार जोन में विकास की योजना
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि गोवर्धन परिक्रमा पथ (Govardhan Parikrama Path) के विकास को चार जोन में बांटकर किया जाएगा : पहला जोन – इस जोन में श्रीनाथजी मंदिर, पूंछरी का लौठा मंदिर, दाऊजी का मंदिर, गंगा मंदिर, नरसिंह जी मंदिर, अप्सरा कुंड, नवल कुंड, फाउंटेन, राधा वाटिका, बॉटेनिकल गार्डन, मयूर वाटिका, विष्णु अवतार गार्डन जैसे प्रमुख धार्मिक और पर्यटक स्थल विकसित होंगे। दूसरा जोन – इस क्षेत्र में भव्य प्रवेश और निकास द्वार, मार्ग का सौंदर्यीकरण, रोशनी, विश्राम मंडप, पेयजल सुविधाएं, फूड जॉइंट्स और भगवान श्री कृष्ण से संबंधित मूर्तियां तथा गैलरियों का निर्माण किया जाएगा। तीसरा जोन – इस क्षेत्र में एंट्री प्लाजा, ग्रीन कैनाल वाटर फ्रंट, पार्किंग स्थल, भजन और कीर्तन स्थल, पौराणिक आर्ट गैलरी, गिरिराज जी म्यूजियम, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। चौथा जोन – इस जोन में 250 फीट ऊंची भव्य मूर्ति का निर्माण होगा जो श्रद्धालुओं का प्रमुख आकर्षण बनेगी। साथ ही, आश्रम गांव, मेडिटेशन हॉल, गौशालाएं, राजस्थानी हैंडीक्राफ्ट बाजार का भी विकास किया जाएगा।
वेदांता समूह का आभार व्यक्त किया
मुख्यमंत्री ने इस परियोजना के वित्त पोषण और अटूट समर्थन के लिए वेदांता समूह का आभार (Thanks to Vedanta Group) व्यक्त किया और कहा कि इस परियोजना से गोवर्धन क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाओं में सुधार होगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पूंछरी का लौठा एवं गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
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