जयपुर। एसओजी ( SOG) की 28 टीमों ने राजस्व अधिकारी ग्रेड-द्वितीय और अधिशासी अधिकारी वर्ग-फोर्थ (स्वायत्त शासन विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2022 के पेपर लीक मामले (paper leak case) में 30 जगहों पर दबिश देकर पांच महिलाओं सहित 28 आरोपियों को डिटेन किया था, पुलिस ने इनमें से 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी आरोपियों को एसओजी ने कोर्ट में पेश किया, जहां से इन्हें 25 अक्टूबर तक रिमांड पर भेजा है।
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ब्लूटूथ के माध्यम से अभ्यर्थियों को नकल करवाई
एटीएस एवं एसओजी अतिरिक्त महानिदेशक वी.के. सिंह (ATS and SOG Additional Director General V.K. Lion) ने बताया कि इन दोनों परीक्षाओं में तुलछाराम कालेर व उसके अन्य साथियों ने मिलकर परीक्षा से पूर्व पेपर प्राप्त कर ब्लूटूथ के माध्यम से अभ्यर्थियों को नकल करवाई थी। पुलिस ने उपरोक्त प्रकरण में पेपर लीक व ब्लूटूथ के उपयोग के षड्यंत्र में शामिल 11 अभ्यर्थियों सहित 17 लोगों को गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश कर 25 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड प्राप्त किया।
इन्हें गिरफ्तार किया गया
ब्लूटूथ गैंग के सरगना (leader of bluetooth gang) तुलछाराम कालेर को पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर जेल से लाकर इस प्रकरण में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपी ओमप्रकाश वर्तमान में ब्यावर में न्यायालय सीजेएम कोर्ट नंबर एक में एलडीसी के पद पर कार्यरत है, वहीं अमीलाल वर्तमान में महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय सर्वोदय बस्ती बीकानेर में द्वितीय श्रेणी अध्यापक पद पर कार्यरत है। मुख्य सरगना तुलछाराम कालेर की भतीजे पौरव कालेर की पत्नी भावना शिक्षा विभाग पंचायत समिति, खाजूवाला बीकानेर में कनिष्ठ सहायक के पद कार्यरत है। रामलाल जेएम कोर्ट भीलवाड़ा में द्धितीय ग्रेड लिपिक के पद कार्यरत है। इनके अलावा अनिल सारण निवासी बीकानेर, बबीता पत्नी राजेश निवासी रतनगढ़ चूरू, बबीता विश्नोई पत्नी बजरंगलाल निवासी जसरासर बीकानेर, रामसिंह निवासी रोजो का बास कुचेरा नागौर, राजाराम निवासी खाजूवाला बीकानेर, ओमप्रकाश पुत्र भगवानाराम निवासी नापासर बीकानेर, प्रेमचंद ज्याणी निवासी मुक्तानंद बीकानेर , सुनील जाखड़ निवासी खजवाना नागौर, निरमा मंडा निवासी बीकानेर, कमलकांत निवासी मुक्तानंद नगर बीकानेर, लिलीपाल निवासी मूंडवा नागौर और सुनील धायल निवासी बीकानेर को गिरफ्तार किया गया है।
राजस्व अधिकारी,अधिशाषी अधिकारी की परीक्षा
एटीएस एवं एसओजी अतिरिक्त महानिदेशक वीके सिंह ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर द्वारा 14 मई 2023 को राजस्व अधिकारी ग्रेड- द्वितीय (Revenue Officer Grade-II) और अधिशाषी अधिकारी वर्ग- चतुर्थ (स्वायत्त शासन विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2022 की परीक्षा दो चरणों में आयोजित की गई थी, जिसमें लिखित परीक्षा के आधार पर विचारित सूची जारी की गई है। 11 से 13 दिसंबर 2023 तक इसमें सम्मिलित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग के माध्यम से पात्रता जांच राजस्थान लोकसेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission Ajmer)द्वारा की गई थी। आरपीएससी द्वारा पात्रता जांच के दौरान विचारित सूची का गंभीरता से अवलोकन करने पर उसमें कुछ गड़बड़ियां सामने आने पर संदिग्ध अभ्यर्थियों को पुनः सत्यापन के लिए बुलाया गया था।
तुलछाराम कालेर ने नकल करवाई
इस दौरान एक ही गांव खजवाना थाना कुचेरा, नागौर से छह आरोपितों का नाम विचारित सूची में पाया जाना व इन अभ्यर्थियों द्वारा अत्यंत सामान्य प्रकृति की जानकारी नहीं रखना पाया गया। जांच रिपोर्ट में सामने आया कि तुलछाराम कालेर व उसके अन्य साथियों ने मिलकर राजस्व अधिकारी ग्रेड- द्वितीय और अधिशाषी अधिकारी वर्ग- चतुर्थ (स्वायत शासन विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2022 (Executive Officer Class-IV (Autonomous Government Department) Competitive Examination-2022) में परीक्षा से पूर्व पेपर प्राप्त कर ब्लूटूथ के माध्यम से अभ्यर्थियों को नकल करवाई गई थी। मामले में 15 ज्ञात अभ्यर्थी और 8 अज्ञात अभ्यर्थियों के साथ तुलछाराम कालेर (Tulcharam Kaler) समेत पूरे षड्यंत्र में शामिल अन्य लोगों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया था। जांच के दौरान परीक्षा में डमी कंडीडेट के माध्यम से परीक्षा देना व फर्जी डिग्री की भी शिकायत प्राप्त हुई है, जिसके संबंध में जांच जारी है।
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