Ravindra Singh Bhati: ओरण बचाने के लिए रविंद्र सिंह भाटी ने फिर खोला मोर्चा, प्रशासन को दे डाली चेतावनी
शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने अधिकारियों से स्पष्ट किया कि यह केवल जमीन की लड़ाई नहीं है। यह गायों, प्रकृति और पश्चिमी राजस्थान के पर्यावरण को बचाने का संघर्ष है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से लिखित में आश्वासन की मांग की कि ओरण और गोचर भूमि को संरक्षित किया जाएगा। साथ ही कहा कि जब तक लिखित गारंटी नहीं मिलेगी, सोलर कंपनी यहां काम शुरू नहीं कर सकती। भाटी ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान का यह इलाका हजारों मेगावाट बिजली पैदा करता है, लेकिन यहां की बिजली बाहर के राज्यों को भेजी जाती है। स्थानीय ग्रामीणों और उनके पशुधन को इसका कोई लाभ नहीं मिलता। उन्होंने सवाल किया कि क्या विकास के नाम पर हमारी सांस्कृतिक धरोहर और पर्यावरण की बलि दी जाएगी?
जैसलमेर। ओरण बचाने के लिए शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी (Shiv MLA Ravindra Singh Bhati) ने एक बार फिर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायक भाटी गुरुवार को ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे। साथ ही उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि जब तक लिखित में आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक वो काम शुरू नहीं होने देंगे। बता दें इससे पहले शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी जैसलमेर के बहिया गांव पहुंचे थे। शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान का यह इलाका हजारों मेगावाट बिजली पैदा (generate thousands of megawatts of electricity) करता है, लेकिन यहां की बिजली बाहर के राज्यों को भेजी जाती है।
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ओरण व गोचर को राजस्व का दर्जा देकर रिकॉर्ड में सुरक्षित करें
जैसलमेर जिले के झिनझिनयाली थाना क्षेत्र के बईया गांव में निजी सोलर कम्पनी (private solar company) की तरफ से एक बार फिर काम शुरू करवाए जाने के खिलाफ ग्रामीणों ने धरना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक सरकार ओरण व गोचर को राजस्व का दर्जा देकर रिकॉर्ड में सुरक्षित नहीं करती, (Secure Oran and Gochar in records by giving them the status of revenue.) तब तक यहां किसी तरह का काम नहीं होगा। ग्रामीणों व पुलिस व प्रशासन के आमने-सामने आने की स्थिति में एक बार फिर शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी बईया पहुंचे और ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। रविंद्र सिंह भाटी ने प्रशासन के अधिकारियों से बात की। इस दौरान तहसीलदार फतेहगढ़, सीओ सिटी पुलिस रूप सिंह इंदा व अन्य पुलिस अधिकारी धरना स्थल पर मौजूद रहे।
विधायक ने की लिखित गारंटी की मांग
शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने अधिकारियों से स्पष्ट किया कि यह केवल जमीन की लड़ाई नहीं है। यह गायों, प्रकृति और पश्चिमी राजस्थान के पर्यावरण को बचाने का संघर्ष (The struggle to save cows, nature and the environment of Western Rajasthan) है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से लिखित में आश्वासन की मांग की कि ओरण और गोचर भूमि को संरक्षित किया जाएगा। साथ ही कहा कि जब तक लिखित गारंटी नहीं मिलेगी, सोलर कंपनी यहां काम शुरू नहीं कर सकती।
भाटी ने लगाया ये आरोप
भाटी ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान का यह इलाका हजारों मेगावाट बिजली पैदा करता है, लेकिन यहां की बिजली बाहर के राज्यों को भेजी जाती है। स्थानीय ग्रामीणों और उनके पशुधन को इसका कोई लाभ नहीं मिलता। उन्होंने सवाल किया कि क्या विकास के नाम पर हमारी सांस्कृतिक धरोहर और पर्यावरण की बलि (Sacrifice of cultural heritage and environment) दी जाएगी?
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