Rising Rajasthan: निवेशकों का स्वागत करने के लिए गुलाबी नगरी तैयार, अब तक 30 लाख करोड़ से ज्यादा के एमओयू
राजस्थान सरकार आगामी पांच वर्षों में अर्थव्यवस्था 350 बिलियन डॉलर पर पहुंचाने के लिए 9 नई नीतियां जारी कर रियायतों की पोटली खोल चुकी है। राज्य सरकार के साथ निवेशक 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के एमओयू कर चुके हैं, एमओयू का सिलसिला जारी है। प्रदेश में निवेशकों के लिए एग्रो-फूड प्रोसेसिंग, केमिकल्स एंड पेट्रो केमकल्स, एजुकेशन-स्किल, जेम एंड ज्वैलरी, ग्लास-सेरेमिक, हैंडलूम-हैंडीक्राफ्ट, सूचना प्रौद्योगिकी, लॉजेस्टिक-वेयरहाउस, खनन और खनिज, नवीकरणीय ऊर्जा, टेक्सटाइल, पर्यटन (एग्रो-फूड प्रोसेसिंग, केमिकल्स एंड पेट्रो केमकल्स, एजुकेशन-स्किल, जेम एंड ज्वैलरी, ग्लास-सेरेमिक, हैंडलूम-हैंडीक्राफ्ट, सूचना प्रौद्योगिकी, लॉजेस्टिक-वेयरहाउस, खनन और खनिज, नवीकरणीय ऊर्जा, टेक्सटाइल, पर्यटन क्षेत्र में भी बेहतर अवसर हैं।
जयपुर। पधारो, म्हारे देस… राजस्थान की धरा पर देश-दुनिया के निवेशकों का स्वागत करने के लिए गुलाबी नगरी जयपुर (pink city jaipur) तैयार है। शहर सज चुका है। राजस्थान की विकास यात्रा में निवेशकों को भागीदार बनाने के लिए राज्य सरकार तैयारी कर चुकी है। राजस्थान सरकार आगामी पांच वर्षों में अर्थव्यवस्था 350 बिलियन डॉलर पर पहुंचाने के लिए 9 नई नीतियां जारी कर रियायतों की पोटली खोल चुकी है।
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राज्य में कई सेक्टरों में बेहतर अवसर
राजस्थान सरकार आगामी पांच वर्षों में अर्थव्यवस्था 350 बिलियन डॉलर पर पहुंचाने के लिए 9 नई नीतियां जारी कर रियायतों की पोटली खोल चुकी है। राज्य सरकार के साथ निवेशक 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के एमओयू कर चुके हैं, एमओयू का सिलसिला जारी है। प्रदेश में निवेशकों के लिए एग्रो-फूड प्रोसेसिंग, केमिकल्स एंड पेट्रो केमकल्स, एजुकेशन-स्किल, जेम एंड ज्वैलरी, ग्लास-सेरेमिक, हैंडलूम-हैंडीक्राफ्ट, सूचना प्रौद्योगिकी, लॉजेस्टिक-वेयरहाउस, खनन और खनिज, नवीकरणीय ऊर्जा, टेक्सटाइल, पर्यटन (एग्रो-फूड प्रोसेसिंग, केमिकल्स एंड पेट्रो केमकल्स, एजुकेशन-स्किल, जेम एंड ज्वैलरी, ग्लास-सेरेमिक, हैंडलूम-हैंडीक्राफ्ट, सूचना प्रौद्योगिकी, लॉजेस्टिक-वेयरहाउस, खनन और खनिज, नवीकरणीय ऊर्जा, टेक्सटाइल, पर्यटन (Agro-Food Processing, Chemicals & Petrochemicals, Education-Skill, Gem & Jewellery, Glass-Ceramic, Handloom-Handicraft, Information Technology, Logistics-Warehouse, Mining & Minerals, Renewable Energy, Textile, Tourism) क्षेत्र में भी बेहतर अवसर हैं।
ये देश बनेंगे पार्टनर…
अर्जेंटीना, ब्राजील, कोस्टारिका, क्यूबा, डेनमार्क, जापान, मलेशिया, मोरक्को, नेपाल, ओमान, पोलैंड, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, स्पेन, स्विट्जरलैंड, थाईलैंड, वेनेजुएला आदि।
इन देशों की होगी भागीदारी
ऑस्ट्रेलिया, चाड, इक्वाडोर, मिस्र, फिनलैंड, जर्मनी, घाना, इंडोनेशिया, इराक, मेडागास्कर, पैराग्वे, रूस, सेशेल्स, यूके और जिम्बाब्वे आदि।
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