Illegal Bangladeshi: अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की धरपकड़ जारी, अब तक हजार से ज्यादा चिन्हित, 148 को वापस भेजा
गृह विभाग के अनुसार जयपुर में पूर्व में 109, जयपुर उत्तर में 37, जयपुर पश्चिम में 43, जयपुर ग्रामीण में 29 अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी पकड़े गए थे। वहीं सीकर में सबसे ज्यादा 394 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से रहते चिन्हित किया गया है। इसी तरह कोटपूतली-बहरोड़ व नीमराणा में 114, अलवर में 117 बांग्लादेशी पकड़े गए हैं। भिवाड़ी में 67, सलूंबर में 27, झुंझुनू में 35 और दौसा में 5 बांग्लादेशी नागरिक चिन्हित हुए हैं। वहीं बीकानेर में 2 कोटा ग्रामीण में 2, अजमेर में 12, करौली में 3 बांग्लादेशी पकड़े गए हैं। अब तक राजस्थान में चिन्हित 1001 बांग्लादेशी नागरिकों में 376 पुरुष, 282 महिलाएं और 341 बच्चे हैं। इनमें से 973 बांग्लादेशियों का डाटा एफआरपी पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है। इन सभी को डिटेन्शन सेंटर में रखा गया है।

जयपुर। राजस्थान में अवैध बांग्लादेशियों की धरपकड़ जारी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के बाद से प्रदेश में बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की जा रही है। गृह विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 15 मई तक राजस्थान के 17 जिलों में 1001 अवैध बांग्लादेशियों की पहचान की जा चुकी है। इनमें से 148 बांग्लादेशियों को हवाई मार्ग के जरिए 14 मई को प्रत्यर्पित किया जा चुका है।
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सभी को डिटेन्शन सेंटर में रखा
गृह विभाग के अनुसार जयपुर में पूर्व में 109, जयपुर उत्तर में 37, जयपुर पश्चिम में 43, जयपुर ग्रामीण में 29 अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी पकड़े गए थे। वहीं सीकर में सबसे ज्यादा 394 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से रहते चिन्हित किया गया है। इसी तरह कोटपूतली-बहरोड़ व नीमराणा में 114, अलवर में 117 बांग्लादेशी पकड़े गए हैं। भिवाड़ी में 67, सलूंबर में 27, झुंझुनू में 35 और दौसा में 5 बांग्लादेशी नागरिक चिन्हित हुए हैं। वहीं बीकानेर में 2 कोटा ग्रामीण में 2, अजमेर में 12, करौली में 3 बांग्लादेशी पकड़े गए हैं। अब तक राजस्थान में चिन्हित 1001 बांग्लादेशी नागरिकों में 376 पुरुष, 282 महिलाएं और 341 बच्चे हैं। इनमें से 973 बांग्लादेशियों का डाटा एफआरपी पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है। इन सभी को डिटेन्शन सेंटर में रखा गया है।
फर्जी तरीकों से आधार कार्ड भी तैयार
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय की ओर से राज्यों को 30 दिन के अंदर बांग्लादेश और म्यांमार से यहां अवैध रूप से आए लोगों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें इन लोगों को दस्तावेजों की जांच की जा रही है, जिनमें कई बांग्लादेशी नागरिकों ने यहां फर्जी तरीकों से आधार कार्ड भी तैयार करवा लिए हैं।
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Mahendra Mangal