महाराजा सूरजमल बृज विवि के कुलपति रमेश चंद्र को राज्यपाल ने किया निलंबित, लगे कई गंभीर आरोप

महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश चंद्र को राजकीय परामर्श और जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्काल प्रभाव से पद से निलंबित कर दिया गया है। इस निर्णय के पीछे विश्वविद्यालय में नियुक्तियों में फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सामने आए हैं। संभागीय आयुक्त भरतपुर द्वारा 18 मार्च 2025 के प्रेषित जांच रिपोर्ट में प्रो. रमेश चंद्र के विरुद्ध प्रथम दृष्टया आरोप प्रमाणित पाए गए। जांच रिपोर्ट के अनुसार, कुलपति पर यह आरोप था कि उन्होंने बृज विश्वविद्यालय में नियुक्तियों के संबंध में अवैध और अनुचित प्रक्रिया अपनाई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि विश्वविद्यालय में चल रहे कार्यों में भ्रष्टाचार की कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिन पर छात्र संगठन द्वारा निरंतर विरोध प्रदर्शन और राज्यपाल को लिखित में शिकायतें दर्ज कराई जा रही थीं।

जयपुर। राजस्थान में भरतपुर जिले के महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश चंद्र को राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने गंभीर आरोपों के चलते निलंबित कर दिया है। संभागीय आयुक्त की जांच रिपोर्ट में आरोप प्रमाणित पाए गए हैं।


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फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश चंद्र को राजकीय परामर्श और जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्काल प्रभाव से पद से निलंबित कर दिया गया है। इस निर्णय के पीछे विश्वविद्यालय में नियुक्तियों में फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सामने आए हैं। संभागीय आयुक्त भरतपुर द्वारा 18 मार्च 2025 के प्रेषित जांच रिपोर्ट में प्रो. रमेश चंद्र के विरुद्ध प्रथम दृष्टया आरोप प्रमाणित पाए गए। जांच रिपोर्ट के अनुसार, कुलपति पर यह आरोप था कि उन्होंने बृज विश्वविद्यालय में नियुक्तियों के संबंध में अवैध और अनुचित प्रक्रिया अपनाई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि विश्वविद्यालय में चल रहे कार्यों में भ्रष्टाचार की कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिन पर छात्र संगठन द्वारा निरंतर विरोध प्रदर्शन और राज्यपाल को लिखित में शिकायतें दर्ज कराई जा रही थीं।


राज्य सरकार के परामर्श से किया
राजस्थान राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने राज्य सरकार के परामर्श से इस मामले में आवश्यक कदम उठाते हुए कुलपति प्रो. रमेश चंद्र को निलंबित कर दिया। यह कदम उन आरोपों की पुष्टि के बाद उठाया गया, जिनका संबंध बृज विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार और अवैध नियुक्तियों से था। गत दिनों राज्यपाल हरिभाऊ किशन राव बागडे, डीग स्थित विश्वविद्यालय का निरीक्षण करते समय घटना स्थल पर मौजूद थे, जहां कुलपति और एक पूर्व छात्र नितेश चौधरी के बीच विवाद हो गया। इस दौरान एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी।


कुलपति पर भ्रष्टाचार के आरोप
प्रो. रमेश चंद्र को आठ मार्च 2023 को राजभवन के आदेशानुसार कुलपति नियुक्त किया गया था। हालांकि, छात्र संगठनों द्वारा बार-बार उठाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद स्थिति ऐसी हो गई कि इस विषय पर विस्तृत जांच की आवश्यकता महसूस की गई। एक जनवरी 2025 को संभागीय आयुक्त भरतपुर को एक निर्देशित पत्र के आधार पर संबंधित शिकायतों की जांच हेतु कार्रवाई शुरू की गई। छात्र संगठन लगातार कुलपति पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन आरोपों के आलोक में राज्यपाल ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रो. रमेश चंद्र को निलंबित कर दिया है, जिससे विश्वविद्यालय में चल रही प्रशासनिक प्रक्रियाओं पर भी प्रश्न चिह्न लग गया है। अभी इस मामले में विस्तृत जांच चल रही है और आगे की कार्रवाई हेतु संबंधित जांच समिति की कार्रवाई भी प्रासंगिक मानी जा रही है।


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