fake Currency Case: आदिवासी युवाओं से छपवाए जाली नोट और बाजार में चलवाए, सरगना कर्नाटक से गिरफ्तार

पुलिस के मुताबिक कर्नाटक के रामचुर क्षेत्र में 47 वर्षीय हुसैन पीरा पुत्र उसमान ने आदिवासी अंचल वागड़ में युवाओं को दुष्प्रेरित कर फेक करेंसी प्रिंट कराने व बाजार में चलाने की भूमिका सामने आई। उसने दो जनों को बांसवाड़ा से बुलाकर नकली नोट छापने की ट्रेनिंग दी। उसके बाद यहां नकली नोट चलाने का सिलसिला बढ़ा। आनंद पुरी में गत 18 मार्च को धुलियागढ़ निवासी महेश कटारा के घर पर छापे के दौरान जाली नोट और उन्हें छापने के सामान की बरामदगी के साथ मामला सामने आया था।

बांसवाड़ा। जाली नोट प्रकरण में लिप्त गिरोह के तार पड़ोसी गुजरात के साथ ही तेलंगाना तक जुड़े हैं। आनंदपुरी पुलिस ने इस केस के मास्टरमाइंड कर्नाटक के हुसैन पीरा को तेलंगाना से गिरफ्तार किया। पीरा को कामरेड़्डी जिले के बांसवाड़ा थाना क्षेत्र में 52 लाख के जाली नोटों के साथ अपने सहयोगियों के साथ पकड़ा गया था।


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बांसवाड़ा से बुलाकर नकली नोट छापने की ट्रेनिंग

पुलिस के मुताबिक कर्नाटक के रामचुर क्षेत्र में 47 वर्षीय हुसैन पीरा पुत्र उसमान ने आदिवासी अंचल वागड़ में युवाओं को दुष्प्रेरित कर फेक करेंसी प्रिंट कराने व बाजार में चलाने की भूमिका सामने आई। उसने दो जनों को बांसवाड़ा से बुलाकर नकली नोट छापने की ट्रेनिंग दी। उसके बाद यहां नकली नोट चलाने का सिलसिला बढ़ा। आनंद पुरी में गत 18 मार्च को धुलियागढ़ निवासी महेश कटारा के घर पर छापे के दौरान जाली नोट और उन्हें छापने के सामान की बरामदगी के साथ मामला सामने आया था।


गिरोह के 11 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए नकली नोट बाजार में चलाने व कब्जे रखने वाले संगठित आर्थिक आपराधिक गिरोह के 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस को बांसवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में इस आर्थिक अपराध को प्रश्रय देने में हुसैन पीरा की संलिप्त के संकेत मिले।


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