Kotputli Borewell Accident: 70 घंटे बाद भी चेतना तक नहीं पहुंच सकी NDRF, सुरंग बनाकर मासूम तक पहुचेंगे रैट माइनर्स, कैमरे पर मूवमेंट दिखना बंद

चेतना को बोरवेल से निकालने के लिए अब प्रशासन ने रेटमाइनर्स को बुलाया है। एनडीआरएफ इंचार्ज योगेश मीणा ने बताया रेसक्यू के दौरान 155 फीट पर पत्थर आ गया था। इसके बाद पाइलिंग मशीन की बीट चेंज करके 160 फीट तक खुदाई कर ली गई है, लेकिन 170 फीट खुदाई की जरूरत है। इसके बाद बोरवेल तक पहुंचने के लिए हॉरिजेंटल खुदाई मैनुअल की जाएगी। इसके लिए अब रेटमाइनर्स को काम पर लगाया जा रहा है। चेतना अभी रेस्क्यू टीमों से करीब 10-15 फीट की दूरी पर है। बुधवार रात 3 बजे रुके रेस्क्यू ऑपरेशन को गुरुवार सुबह 6 बजे से फिर शुरू किया गया है। नीचे की तरफ करीब 150 फीट का गड्ढा खोदने के बाद एक पत्थर आने से काम रुक गया था। बीते करीब 45 घंटे से से चेतना एक देसी जुगाड़ वाले हुक पर अटकी है। खुदाई पूरी होने के बाद रेट माइनर्स की टीम सुरंग खोदेगी।

जयपुर। राजस्थान के कोटपूतली में बोरवेल में फंसी चेतना (Chetna trapped in borewell in Kotputli) को बचाने के लिए अब रेट माइनर्स सुरंग की खुदाई शुरू होने जा रही है। दरअसल बोरवेल के पास 170 फीट खुदाई की जरूरत है, इसमें 160 फीट कर ली गई है, लेकिन आगे पत्थर है जिसे हाथों से ही काटा जाएगा।


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हॉरिजेंटल खुदाई मैनुअल की जाएगी

चेतना को बोरवेल से निकालने के लिए अब प्रशासन ने रेटमाइनर्स को बुलाया है। एनडीआरएफ इंचार्ज योगेश मीणा (NDRF incharge Yogesh Meena) ने बताया रेसक्यू के दौरान 155 फीट पर पत्थर आ गया था। इसके बाद पाइलिंग मशीन की बीट चेंज करके 160 फीट तक खुदाई कर ली गई है, लेकिन 170 फीट खुदाई की जरूरत है। इसके बाद बोरवेल तक पहुंचने के लिए हॉरिजेंटल खुदाई मैनुअल की जाएगी। इसके लिए अब रेटमाइनर्स को काम पर लगाया जा रहा है।


रेट माइनर्स की टीम सुरंग खोदेगी
चेतना अभी रेस्क्यू टीमों से करीब 20-30 फीट की दूरी पर है। बुधवार रात 3 बजे रुके रेस्क्यू ऑपरेशन को गुरुवार सुबह 6 बजे से फिर शुरू किया गया है। नीचे की तरफ करीब 150 फीट का गड्ढा खोदने के बाद एक पत्थर आने से काम रुक गया था। बीते करीब 45 घंटे से से चेतना एक देसी जुगाड़ वाले हुक पर अटकी है। खुदाई पूरी होने के बाद रेट माइनर्स की टीम सुरंग खोदेगी(Rat miners team will dig tunnel) । इससे पहले बुधवार सुबह 8 बजे से पाइलिंग मशीन के जरिए एक समानांतर गड्ढा खोदना शुरू किया गया था।


कैसे हुआ था हादसा
दरअसल, सोमवार दोपहर करीब 2 बजे किरतपुर के बड़ियाली की ढाणी की चेतना खेलते हुए 700 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी। मंगलवार शाम शाम तक उसे देसी जुगाड़ से निकालने की 4 कोशिश फेल हुई थीं। इसके बाद मशीनों को बुलाया गया। बुधवार से चेताना का कैमरे पर कोई मूवमेंट नहीं दिख रहा। परिवार और ग्रामीणों में रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी को लेकर नाराजगी भी है।


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