Congress Politics: क्या कांग्रेस अपनी “जमीन” कर सकेगी हासिल?, जल्द होगी बड़ी नियुक्तियां

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुजरात के बाद मध्यप्रदेश में "संगठन सृजन अभियान" की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश कांग्रेस संगठन के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं से अलग अलग चार बैठकों के जरिए बात की। इस दौरान राहुल गांधी का "रेस का घोड़ा, बारात का घोड़ा और लंगड़ा घोड़ा" संबंधी बयान पार्टी जनों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। राहुल ने कहा कि रेस के घोड़े को "रेस” में भेजा जाएगा, बारात के घोड़े को बारात में और लंगड़े घोड़ों को "रिटायर" किया जाएगा। यहां लंगड़े घोड़े से आशय पार्टी के ऐसे नेताओं से लगाया जा रहा है, जो उम्रदराज हो चुके हैं और अब उनकी अहमियत नहीं है, या वे उतने अधिक ऊर्जावान या सक्रिय नहीं हैं।

जयपुर। कांग्रेस संगठन को नई धार देने के लिए कांग्रेस साल 2025 को संगठन सृजन पर्व के रूप में मना रही है। फिलहाल जिला अध्यक्षों के चयन की कवायद जारी है। अब साथ में ऊपरी लेवल पर भी नियुक्तियों का दौर शुरु होने वाला है। हाईकमान ने इन नियुक्तियों के लिए लगभग सारी एक्सरसाइज भी पूरी कर ली है। संगठन मजबूती की दिशा में चल रहे संगठन सृजन अभियान के तहत कांग्रेस में जल्द कईं बड़ी नियुक्तियां होने वाली है। जिसके तहत हिमाचल प्रदेश हरियाणा सहित कईं राज्यों में नए पीसीसी चीफ बनाए जाएंगे। साथ ही यूथ कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी भी घोषित होगी। इसके अलावा एआईसीसी में भी कुछ चौंकाने वाले बड़े अपॉइटमेंट्स हो सकते है।


यह भी देखें


“संगठन सृजन अभियान” की शुरुआत

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुजरात के बाद मध्यप्रदेश में “संगठन सृजन अभियान” की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश कांग्रेस संगठन के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं से अलग अलग चार बैठकों के जरिए बात की। इस दौरान राहुल गांधी का “रेस का घोड़ा, बारात का घोड़ा और लंगड़ा घोड़ा” संबंधी बयान पार्टी जनों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। राहुल ने कहा कि रेस के घोड़े को “रेस” में भेजा जाएगा, बारात के घोड़े को बारात में और लंगड़े घोड़ों को “रिटायर” किया जाएगा। यहां लंगड़े घोड़े से आशय पार्टी के ऐसे नेताओं से लगाया जा रहा है, जो उम्रदराज हो चुके हैं और अब उनकी अहमियत नहीं है, या वे उतने अधिक ऊर्जावान या सक्रिय नहीं हैं।


राहुल का लंगड़े घोड़ा संबंधी बयान
कथित तौर पर ऐसे नेताओं की कार्यप्रणाली से प्रदेश संगठन और पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता नाराज बताए जाते हैं। माना जा रहा है कि इसी संदर्भ में राहुल का लंगड़े घोड़ा संबंधी बयान आया है। उन्होंने अपने भाषण में कहा है कि यदि लंगड़ा घोड़ा “डिस्टर्ब” करे, तो उसके साथ क्या व्यवहार किया जाता है, यह कहने की जरूरत नहीं है। इसके बयान के बाद पार्टी के अन्दरखेमे में चर्चाओं का दौर जारी है कि किस रेस के घोड़े को “रेस” में भेजा जाएगा, बारात के घोड़े को बारात में और लंगड़े घोड़ों को “रिटायर” किया जाएगा।


यह भी पढ़ें

  1. 6 मेडिकल कॉलेजों में निकली भर्ती, भरे जाएंगे 1100 से अधिक पद, जानें कितना मिलेगा मानदेय
  2. बर्खास्त SI शोभा राईका सहित 3 आरोपियों को राहत, सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मंजूर

Related Articles

Back to top button