UGC New Decision : यूजीसी का नया फैसला, नेट परीक्षा में आयुर्वेद, बायलॉजी विषय शामिल, छात्र खुश
यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार के अनुसार नेट परीक्षा में आयुर्वेद बायलॉजी विषय प्रारंभ होगा। इससे अभ्यर्थियों को आयुर्वेद के संस्कृत ग्रंथों पर शोध, प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञानको समझने का अवसर मिलेगा। आयुर्वेद बायलॉजी में पीएचडी वाले स्नातकों को विश्वविद्यालयों में अनुसंधान और शिक्षण का मौका मिलेगा। प्राकृतिक और समग्र स्वास्थ्य को समझने में आसानी होगी। एलोपैथिक चिकित्सा के साथ-साथ आयुर्वेद में भी शोध-अनुसंधान बढ़ेगा।
जयपुर। यूजीसी का नया फैसला। यूजीसी का नए फैसले से राजस्थान के आयुर्वेद बायलॉजी विषय (Ayurveda Biology Subject) के विद्यार्थियों को बड़ा फायदा होगा। वजह है कि UGC ने आयुर्वेद बायलॉजी विषय को नेट परीक्षा में शामिल कर (included, in NET Exam) लिया है। जिससे राजस्थान के छात्र खुश हैं। अब इसके बाद यूजीसी-नेट में 105 विषय हो गए हैं।
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आयुर्वेद के प्राचीन विज्ञान को मिलेगा बढ़ावा
आयुर्वेद के प्राचीन विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए यूजीसी ने आयुर्वेद बायलॉजी विषय को नेट परीक्षा में शामिल किया है। अब राजस्थान में भी विद्यार्थी इस विषय का चयन कर सकेंगे। यूजीसी के इस फैसले से राजस्थान के छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर है। इसे शैक्षणिक और अनुसंधान(Academic and Research) को बढ़ावा मिलेगा। इसके बाद यूजीसी-नेट में अब 105 विषय हो गए हैं।
आयुर्वेद में भी शोध-अनुसंधान बढ़ेगा
यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार(UGC Chairman Prof. M. Jagdish Kumar) के अनुसार नेट परीक्षा में आयुर्वेद बायलॉजी विषय प्रारंभ होगा। इससे अभ्यर्थियों को आयुर्वेद के संस्कृत ग्रंथों पर शोध, प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान (Research on Sanskrit texts of Ayurveda, ancient knowledge and modern science) को समझने का अवसर मिलेगा। आयुर्वेद बायलॉजी में पीएचडी वाले स्नातकों को विश्वविद्यालयों में अनुसंधान और शिक्षण का मौका मिलेगा। प्राकृतिक और समग्र स्वास्थ्य को समझने में आसानी होगी। एलोपैथिक चिकित्सा के साथ-साथ आयुर्वेद में भी शोध-अनुसंधान (Along with allopathic medicine, research is also being done in Ayurveda.) बढ़ेगा।
581वीं बैठक में मंजूरी
सचिव प्रो. मनीष आर. जोशी के अनुसार विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर बीती 25 जून को आयोजित यूजीसी की 581वीं बैठक में आयुर्वेद बायलॉजी विषय को शामिल करने को मंजूरी दी गई थी। इसका पाठ्यक्रम यूजीसी-नेट की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
यह हैं नेट के विषय
अरबी, बंगाली, बोडो, हिंदी, अंग्रेजी, कॉमर्स, क्रिमिनोलॉजी, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, इतिहास, विज्ञान, शिक्षा, सामाजिक कार्य, रक्षा और सामरिक अध्ययन, गृह विज्ञान, लोक प्रशासन, जनसंया अध्ययन, संगीत, इलेक्ट्रॉनिक विज्ञान, फ्रेंच, जर्मन, गुजराती, मानवाधिकार और कर्त्तव्य, पुस्तकालय और सूचना विज्ञान, जनसंचार और पत्रकारिता, सामाजिक चिकित्सा और सामुदायिक स्वास्थ्य और अन्य।
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