Uttar Pradesh News:बेटे की शादी बनी पिता के पार्टी से निष्कासन की वजह, मायावती ने पार्टी से कर दिया निष्कासित
सुरेंद्र सागर के बेटे की शादी सपा विधायक की बेटी से 27 नवंबर को हुई है। बसपा नेता के मुताबिक इस शादी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव शामिल हुए थे और वर वधु को आशीर्वाद दिया था। यह फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की गई थी और वायरल होते होते इसकी जानकारी बसपा प्रमुख मायावती को लग गई। इस पर आपत्ति जताते हुए सुप्रीमो ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है। बहुजन समाज पार्टी के नेता सुरेंद्र सागर पांच बार जिला अध्यक्ष रहने के साथ दर्जा राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। मायावती द्वारा उन्हें पार्टी से बाहर करने की इस खबर ने लोगों को हैरान कर दिया है। हर जगह यह चर्चा हो रही है कि आखिरकार बेटे की शादी करवाना कैसे पार्टी का विरोध करना हो सकता है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां बहुजन समाज पार्टी के नेता सुरेंद्र सागर (Bahujan Samaj Party leader Surendra Sagar) को बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी से निष्कासित कर दिया। इस निष्कासन की वजह पार्टी विरोधी गतिविधि को बताया जा रहा है। हालांकि यह गतिविधि वैसे भी नहीं है, जैसी कोई नेता पार्टी को धोखा देने के उद्देश्य से करता है। यहां बसपा नेता का गुनाह बस इतना सा था कि उन्होंने अपने बेटे की शादी सपा नेता की बेटी से करवा दी।
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सपा नेता की बेटी से की थी शादी
अब कोई भी सोचेगा कि भला बेटे की शादी करवाना कैसे किसी पिता के लिए पार्टी से निष्कासन की वजह बन सकती है। लेकिन यह बात सच है क्योंकि बहुजन समाज पार्टी ने समाजवादी पार्टी के विधायक की बेटी (Samajwadi Party MLA’s daughter) से बेटे की शादी करने की वजह से सुरेंद्र सागर को पार्टी से बाहर कर दिया है। इस मामले में सागर का कहना है कि उन्होंने हमेशा पार्टी को मजबूत करने का काम किया है और कोई गलती नहीं की है।
27 नवंबर को Uttar Pradesh में हुई शादी
सुरेंद्र सागर के बेटे की शादी सपा विधायक की बेटी से 27 नवंबर को हुई है। बसपा नेता के मुताबिक इस शादी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP chief Akhilesh Yadav) शामिल हुए थे और वर वधु को आशीर्वाद दिया था। यह फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की गई थी और वायरल होते होते इसकी जानकारी बसपा प्रमुख मायावती को लग गई। इस पर आपत्ति जताते हुए सुप्रीमो ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
5 बार रह चुके हैं जिलाध्यक्ष
बहुजन समाज पार्टी के नेता सुरेंद्र सागर पांच बार जिला अध्यक्ष रहने के साथ दर्जा राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। मायावती द्वारा उन्हें पार्टी से बाहर करने की इस खबर ने लोगों को हैरान कर दिया है। हर जगह यह चर्चा हो रही है कि आखिरकार बेटे की शादी करवाना कैसे पार्टी का विरोध करना हो सकता है।
सुरेन्द्र सागर का क्या कहना
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को एक दूसरे का कड़ा विरोधी माना जाता है। अब पार्टी से निकाले जाने के बाद बसपा नेता का कहना है कि उन्होंने कोई अनुशासनहीनता नहीं की है और ना ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में उनका कोई हाथ है। उन्होंने हमेशा पार्टी को मजबूत बनाने का काम किया है। बसपा नेता ने कहा कि मेरा सिर्फ इतना कसूर है कि बड़े बेटे अंकुर की शादी समाजवादी पार्टी के विधायक त्रिभुवन दत्त की बेटी से की है। बता दें कि त्रिभुवन सपा के सांसद रह चुके हैं और राष्ट्रीय सचिव(Tribhuvan has been an MP of SP and is the National Secretary.) भी हैं और वर्तमान में आलापुर विधानसभा से विधायक हैं।
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