निरंजन चौधरी/जयपुर। दक्षिणी पश्चिमी मानसून (weak western monsoon) ने पूरे प्रदेश से अलविदा कह दिया। मानसून पूरी तरीके से हटने के साथ ही अब पश्चिमी विक्षोभ को प्रवेश के लिए अनुकूल परिस्थितियां मिल गई हैं। मानसून के बाद पहला कमजोर पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) 8 अक्टूबर से सक्रिय होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 8 व 9 अक्टूबर को जोधपुर सहित प्रदेश के उत्तरी पश्चिमी और उत्तरी इलाके में बादलों की आवाजाही होगी। कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है।
यह भी देखें
उत्तरी इलाके में बादलों की आवाजाही
इसके प्रभाव से 8 व 9 अक्टूबर को जोधपुर सहित प्रदेश के उत्तरी पश्चिमी और उत्तरी इलाके में बादलों की आवाजाही होगी। कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है। उधर अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में प्रदेश में बारिश बहुत कम हुई। विशेषकर पश्चिमी राजस्थान (western rajasthan) में जोधपुर व हनुमानगढ़ को छोड़कर कहीं पर भी बूंदाबांदी दर्ज नहीं की गई। प्रदेश में एक से 6 अक्टूबर तक 88 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई। पूर्वी राजस्थान में 82 प्रतिशत कम बारिश और पश्चिमी राजस्थान में 96 प्रतिशत कम बारिश मापी गई।
तापमान में उतार चढ़ाव
न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहा। इससे पहले 17 सितम्बर को भी पारा इतना ही रहा था। मई के प्रथम सप्ताह में दक्षिण पश्चिमी हवा बहने से रात का तापमान 24 डिग्री से नीचे आया था। उसके बाद तापमान हमेशा 24 डिग्री से ऊपर ही रहा है। यानी पांच महीने बाद ठंडी रात रही। सुबह-सुबह आपेक्षिक आद्र्रता भी 71 प्रतिशत रही। ऐसे में खुले और ऊंचाई वाले इलाकों में सुबह सर्दी महसूस की गई। दोपहर में पारा 35.4 डिग्री पर आ गया। दिन में उमस महसूस हुई। मौसम विभाग के अनुसार तापमान में उतार चढ़ाव-चलता रहा।
यह भी पढ़ें
- पेपरलीक के 185 से ज्यादा आरोपी सलाखों के पीछे, कांग्रेस ने युवाओं का भविष्य बेचा: खर्रा
- आज के ही दिन हमास ने किया था इजरायल पर हमला, 1200 लोगों की गई थी जान
Mahendra Mangal