Weather Update: राजस्थान में जमी बर्फ, माइनस में पहुंचा पारा: माउंट आबू से भी ठंडा रहा फतेहपुर
जयपुर मौसम विभाग के अनुसार 13 दिसंबर तक सर्दी तेज रहने की संभावना है। इस दौरान मौसम शुष्क रहेगा। वहीं न्यूनतम तापमान के जमाव बिंदु के करीब आने के साथ ही उत्तरी हवा का दबाव रहने से शीतलहर बने रहने की संभावना है। मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार 11 से 13 दिसंबर तक सर्दी का असर तेज रहेगा। इस दौरान कई स्थानों पर बादलों का दबाव बढ़ने से कोहरा व कोल्ड डे जैसी स्थिति भी बन सकती है।
जयपुर। उत्तरी हवाओं के प्रभाव से राजस्थान में पारा जमाव बिंदू की तरफ पहुंचने को है। बुधवार को फतेहपुर में न्यूनतम पारा माइनस एक डिग्री पहुंच गया हिल स्टेशन माउंट आबू में न्यूनतम तापमान 1 डिग्री के आस-पास पहुंच गया है। मौसम विभाग के ताजा अपडेट (Rajasthan weather update) के अनुसार प्रदेश में अभी 2 डिग्री तक पारा और गिरेगा साथ ही अगले 4 से 5 दिनों तक जबरदस्त शीत लहर का असर दिखेगा।
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फतेहपुर में न्यूनतम पारा माइनस एक डिग्री
सीकर जिले में शीतलहर ने दस्तक दे दी है। बुधवार को फतेहपुर में न्यूनतम पारा माइनस एक डिग्री पहुंच गया। जबकि मंगलवार को न्यूनतम तापमान 1 डिग्री रहा। वर्ष 2021 के बाद पहली बार फतेहपुर में 10 दिसंबर तक सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। दोपहर तक कोल्ड डे जैसी स्थिति रही। फतेहपुर का पारा माउंट आबू से भी कम रहा। मंगलवार को माउंट आबू में न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री रहा। नमी बढ़ने से सीजन में पहली बार फसलों पर सुबह आठ बजे तक ओस देखी गई। इससे पहले वर्ष 2021 में फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र पर 10 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 0.5 पांच डिग्री दर्ज हुआ था। मंगलवार को अधिकतम तापमान में करीब आधे डिग्री की बढ़ोतरी हुई।
13 दिसंबर तक तेज सर्दी की संभावना
जयपुर मौसम विभाग के अनुसार 13 दिसंबर तक सर्दी तेज रहने की संभावना है। इस दौरान मौसम शुष्क रहेगा। वहीं न्यूनतम तापमान के जमाव बिंदु (freezing point of minimum temperature) के करीब आने के साथ ही उत्तरी हवा का दबाव रहने से शीतलहर बने रहने की संभावना है। मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार 11 से 13 दिसंबर तक सर्दी का असर तेज रहेगा। इस दौरान कई स्थानों पर बादलों का दबाव बढ़ने से कोहरा व कोल्ड डे जैसी स्थिति भी बन सकती है।
शीतलहर का दबाव बढ़ते ही कोल्ड डे की स्थिति
अमूमन दिसंबर के पहले पखवाड़े के बाद न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु के करीब आता है। दिसंबर से जनवरी के अंतिम पखवाड़े तक पारा इसके आसपास रहता है। न्यूनतम तापमान के 10 डिग्री से नीचे आने व शीतलहर का दबाव बढ़ते ही कोल्ड डे की स्थिति बनने लगती है। शेखावाटी में लंबे समय तक मौसम शुष्क रहने के बाद 8 दिसंबर को लोकल चक्रवात का दबाव बन गया। इसके चलते दिनभर पश्चिमी तेज हवा का दबाव रहा। लगातार 12 घंटे तक पश्चिमी हवा के दबाव के साथ आंशिक रूप से बादलों की आवाजाही से वातावरण में नमी बनने लगी । चक्रवात का दबाव कम होते ही उत्तरी हवा के साथ नमी बढ़ गई।
सब्जियों की फसलों में नुकसान
दिसंबर के पहले पखवाड़े में ही तापमान जमाव बिंदु के करीब आने से रबी की फसलों के लिए मौसम फायदेमंद माना जा रहा है। ऐसे मौसम में गेहूं, जौ, चना व सरसों की फसलों में अच्छी बढ़वार होगी। सब्जियों की फसलों में नुकसान: उद्यान विभाग के उपनिदेशक हरदेव सिंह बाजिया के अनुसार तापमान लगातार जमाव बिंदु के करीब रहा तो पाला पड़ने की संभावना बढ़ जाएगी। इससे मिर्च, टमाटर, बैंगन, टिंडा, लौकी, करेला आदि फसलों में ज्यादा नुकसान हो सकता है।
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