जयपुर। अबेडकर सर्कल से जवाहर सर्कल तक प्रस्तावित एलिवेटेड रोड पर संशय है। शुक्रवार को इस बैठक के मिनट्स जारी हुए। इसमें साफ लिखा है कि इस एलिवेटेड रोड का पुन: परीक्षण होगा। जेएलएन मार्ग की विशिष्टता और सौंदर्यीकरण पर विपरीत प्रभाव पड़ने की आशंका है। बीते दिनों मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। इस बैठक में कई निर्णय हुए। माना जा रहा है कि 26 दिसबर को मुख्यमंत्री सांगानेर विधानसभा क्षेत्र और राजधानी के प्रोजेक्ट की रिव्यू बैठक करेंगे। इसमें इस एलिवेटेड रोड पर ब्रेक लग सकते हैं।
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चाकसू तक जयपुर मेट्रो को ले जाने की योजना
वहीं, जयपुर मेट्रो के विस्तार की भी कवायद (Efforts to expand Jaipur Metro also) आने वाले महीनों में नजर आएगी। विद्याधर नगर से चौमूं तक और सीतापुरा से रिंग रोड/चाकसू तक जयपुर मेट्रो को ले जाने की योजना पर काम शुरू होगा। इसके अलावा जगतपुरा क्षेत्र में भी मेट्रो की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। लालकोठी स्थित पुलिस मुख्यालय के पास मेट्रो की खाली पड़ी जमीन पर जयपुर जिला कलक्टर कार्यालय (Jaipur District Collector Office) को स्थापित करने पर विचार किया जाएगा। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग से परीक्षण करवाया जाएगा।
यहां भी एलिवेटेड रोड की संभावना कम
सिरसी रोड और पीवीसी कर्नल होशियार सिंह मार्ग (क्वींस रोड) पर भी एलिवेटेड रोड की संभावना बेहद कम नजर आ रही है। इनका जेडीए पुन: परीक्षण कराएगा। दरअसल, हाईकोर्ट के आदेश पर झाड़खंड मोड़ से 200 फीट पुलिया तक (सिरसी रोड) के हिस्से को मास्टरप्लान के अनुरूप करने की जेडीए कवायद कर रहा है। जेडीए ने एलिवेटेड रोड के लिए जो सर्वे करवाया है, उसमें विजय द्वार के बाद ट्रैफिक का दबाव बेहद कम आया है।
यहां बनेगी ट्रैफिक सुधार की योजना
सीकर रोड, जेएलएन मार्ग, टोंक रोड, 200 फीट रोड, 22 गोदाम सर्कल और सहकार मार्ग के आस-पास के क्षेत्र में यातायात सुधार की योजना पर काम होगा। इसके अलावा स्वायत्त शासन विभाग के सामने की सड़क को चौड़ा किया जाएगा। टोंक फाटक पुलिया के नीचे रेलवे की खाली पड़ी जमीन को जेडीए अवाप्त या क्रय करेगा। इससे सड़क चौड़ी होगी और यहां यातायात सुगम होगा।
ये भी होगा
-सीबीआइ फाटक, सालिगरामपुरा फाटक की डीपीआर का कार्य जल्द पूर्ण कर निविदा जारी होगी। गांधी नगर मोड़ पर अंडरपास बनाए जाने के लिए फिजीबिलिटी का परीक्षण करवाया जाएगा। आइपीडी टावर प्रोजेक्ट में पार्किंग की समस्या का समाधान तलाशा जाएगा।
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