Transfer in Police Department: अब ट्रांसफर के बाद साफा और माला नहीं पहनेंगे पुलिसकर्मी! जारी हो गया आदेश, जानिए वजह
आइजी विकास कुमार का कहना है कि कई बार किसी पुलिसकर्मी का ट्रांसफर होने या नई जगहों पर पुलिसकर्मी के जॉइन करने के समय भव्य समारोह रखे जाते हैं, जबकि इसे सीमित रखना चाहिए। स्थानांतरण एक रुटीन विभागीय प्रक्रिया है। इसका अत्यधिक महिमा मण्डन नहीं होना चाहिए। कई बार ऐसे आयोजन की आड़ में अलग-अलग संगठन से जुड़े लोग स्वागत के लिए आ जाते हैं। इसमें आपराधिक तत्व भी पुलिस कर्मियों के साथ फोटो खिंचवाकर उसका गलत इस्तेमाल करते हैं। इससे खाकी की छवि पर भी विपरित असर पड़ता है। ऐसे में पदभार ग्रहण, विदाई समारोह, स्वागत और सम्मान समारोह जैसी औपचारिकता को सीमित रखना चाहिए।

जोधपुर। राजस्थान में तबादलों का दौर खत्म हो गया है, लेकिन पुलिस महकमे में पुराने पद से रिलीव और नए पद पर जॉइनिंग अभी भी जारी है। डिप्टी, थाना प्रभारियों, सब इंस्पेक्टर, एएसआइ के स्थानांतरण पर कई जगह स्थानीय लोग उनके सम्मान में स्वागत सत्कार कार्यक्रम कर रहे हैं।
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वर्दी की गरिमा देखते हुए एतराज जताया
उन्हें साफे पहना रहे हैं, फूलमालाओं से लाद रहे हैं। जोधपुर पुलिस मुख्यालय ने वर्दी की गरिमा देखते हुए ऐसे अतिश्योक्तिपूर्ण समारोह पर एतराज जताया है। जोधपुर रेंज के आइजी विकास कुमार ने एक आदेश जारी कर पुलिसकर्मियों को ऐसे दिखावटी समारोह से दूर रहने की सलाह दी है ताकि खाकी का गौरव बना रहे।आइजी ने अपने आदेश में कहा कि कई बार इन स्वागत सत्कार समारोह की आड़ में असामाजिक और आपराधिक तत्व पुलिसकर्मियों के साथ फोटो खिंचवाते हैं। बाद में भविष्य में इसका लाभ भी उठाते हैं। कई बार इस तरह की परिस्थितियों के चलते पुलिस की छवि भी खराब होती है और आम जनमानस पर भी असर पड़ता है। ऐसे में पुलिस कर्मियों को इस आदेश के जरिए इस तरह के स्वागत सत्कार समारोह से दूर रहने की सलाह दी गई है।
ट्रांसफर रुटीन प्रक्रिया, समारोह में भव्यता क्यों
आइजी विकास कुमार का कहना है कि कई बार किसी पुलिसकर्मी का ट्रांसफर होने या नई जगहों पर पुलिसकर्मी के जॉइन करने के समय भव्य समारोह रखे जाते हैं, जबकि इसे सीमित रखना चाहिए। स्थानांतरण एक रुटीन विभागीय प्रक्रिया है। इसका अत्यधिक महिमा मण्डन नहीं होना चाहिए। कई बार ऐसे आयोजन की आड़ में अलग-अलग संगठन से जुड़े लोग स्वागत के लिए आ जाते हैं। इसमें आपराधिक तत्व भी पुलिस कर्मियों के साथ फोटो खिंचवाकर उसका गलत इस्तेमाल करते हैं। इससे खाकी की छवि पर भी विपरित असर पड़ता है। ऐसे में पदभार ग्रहण, विदाई समारोह, स्वागत और सम्मान समारोह जैसी औपचारिकता को सीमित रखना चाहिए।
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