Weather Update :राजस्थान में पारा माइनस 2 डिग्री पर आया: 6 जिलों में येलो अलर्ट, सर्द हवा जारी
जयपुर मौसम केंद्र ने राजधानी सहित 11 शहरों में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। उत्तरी इलाकों में सर्द हवा चलने से फिलहाल चार से पांच दिन कड़ाके की सर्दी से राहत के आसार कम है। दिन-रात का तापमान दो से तीन डिग्री लुढ़क सकता है। मौसम विभाग के अनुसार शीतलहर की स्थिति लगातार बनी रहने से ठंड बढ़ेगी। बीते 24 घंटे में सबसे अधिक तापमान बाड़मेर का 27.1 और सबसे कम तापमान फतेहपुर का माइनस 0.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा माउंटआबू का 1.4, चूरू का 3.1, हनुमानगढ़ का 4.3, जालोर का 5.3, करौली का 3.6, पिलानी का 4, सीकर का 5, सिरोही का 5, टोंक का 6.1, अजमेर का 6.4, अंता बारां का 4.7, जयपुर का 9.2 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया गया।
जयपुर। जयपुर सहित अन्य जिलों में सर्द हवा और लुढ़कते पारे (cold wind and falling mercury) ने कंपकंपी छुड़ा दी है। शीतलहर की चपेट में अब राज्य के कई जिले आ गए हैं। कई शहरों में पारा गोते लगा रहा है। शुक्रवार को भी जयपुर में ठंडी हवा के साथ ही लोग सर्दी से बचाव के लिए अलाव का सहारा लेते नजर आए।
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कड़ाके की सर्दी से राहत के आसार कम
इधर, जयपुर मौसम केंद्र (Jaipur Weather Center) ने राजधानी सहित 11 शहरों में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। उत्तरी इलाकों में सर्द हवा चलने से फिलहाल चार से पांच दिन कड़ाके की सर्दी से राहत के आसार कम है। दिन-रात का तापमान दो से तीन डिग्री लुढ़क सकता है। मौसम विभाग के अनुसार शीतलहर की स्थिति लगातार बनी रहने से ठंड बढ़ेगी।
बीते 24 घंटे में सबसे अधिक तापमान बाड़मेर का 27.1 और सबसे कम तापमान फतेहपुर का माइनस 0.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा माउंटआबू का 1.4, चूरू का 3.1, हनुमानगढ़ का 4.3, जालोर का 5.3, करौली का 3.6, पिलानी का 4, सीकर का 5, सिरोही का 5, टोंक का 6.1, अजमेर का 6.4, अंता बारां का 4.7, जयपुर का 9.2 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया गया।
फसल पर जमने लगी बर्फ
शेखावाटी अंचल में तेज सर्दी के कारण रबी की फसलों पर असर नजर आने लगा है। पिछले चार दिन से तेज सर्दी के कारण फसल पर बर्फ जमने लगी है। तेज सर्दी के दौरान पाला जमने से प्रभावित क्षेत्रों में जिससे फसल की बालियों में तैयार हो रहे दाने सिकुड़ जाते हैं। इससे दाने की गुणवत्ता पर असर पड़ता है। हालांकि नुकसान की सही स्थिति का आकलन तीन-चार दिन बाद ही हो सकता है। शेखावाटी की आबोहवा के अनुसार यहां पाला पड़ने की सम्भावना 25 दिसम्बर से 15 फरवरी तक अधिक रहती है। जब आसमान साफ हो हवा न चल रही हो और तापमान काफी कम हो जाए तब पाला पड़ने की सम्भावना बढ़ जाती है।
मौसमी बीमारियों से यूं करें बचाव
सर्दी का असर लोगों की सेहत पर देखा जा रहा है। लोगों में अस्थमा, एलर्जी के साथ ही सर्दी, जुकाम, बुखार, निमोनिया समेत कई मौसमी बीमारियों के लक्षण देखे जा रहे हैं। हर उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। इस संबंध में चिकित्सकों का कहना है कि ठंड के मौसम में बीमारियों से बचने के लिए इम्यूनिटी को मजबूत रखें। इसके अलावा रोज पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। साफ-सफाई का ध्यान रखे। हरी सब्जियों का सेवन करे, हेल्दी डाइट लें। व्यायाम भी करें। अस्थमा, एलर्जी के मरीज विशेष सावधानी बरतें। घर से बाहर निकले तो मास्क लगाएं। ठंडे खानपान से बचें। गर्म कपडे़ पहनें।
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