झुंझुनूं। चार दिन पहले सिंघाना थाना क्षेत्र के खानपुर में हुए महिला के मर्डर के मामले में पुलिस का बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को अलग-अलग जगह से पकड़ा है। हालांकि मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर उमेश यादव अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर है।
यह भी देखें
मुख्य आरोपी उमेश अभी भी पुलिस की गिरफ्तर से दूर
पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 100 से अधिक स्थानों के CCTV फुटेज खंगाले। पुलिस ने फुटेज के आधार और तकनीकी सहायता से आरोपियों को दबोचने सफलता मिली है। हालांकि मुख्य आरापी उमेश और अन्य आरोपी की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस ने महिला हत्याकांड में आरोपी विकास उर्फ कोला को रेवाड़ी में रोहतक बाइपास से पकड़ा। इसके अलावा आकाश उर्फ जेडी को अहमदाबाद के साबरमती रेलवे स्टेशन से और सतीश उर्फ मुसिया को अजमेर के नसीराबाद बाइपास से दबोच लिया है। मुख्य आरोपी उमेश यादव पर पुलिस ने 20 हजार का इनाम घोषित किया है।
18 सितंबर को दिया था वारदात को अंजाम
हिस्ट्रीशीटर उमेश यादव ने 18 सितंबर की शाम को अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर खानपुर निवासी संजना को उसके घर में घुसकर गोली मार दी थी। संजना को घायल अवस्था में सिंघाना के राजकीय अस्पताल में पहुंचाया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद चिकित्सकों ने गंभीर हालत को देखते हुए झुंझुनूं रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान संजना देवी ने दम तोड़ दिया था।
उमेश ने अपने पिता की हत्या का लिया बदला
सूत्रों के अनुसार हिस्ट्रीशीटर उमेश यादव और महिला के पति वेदप्रकाश के बीच रुपयों का लेन-देन था। जिसे लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। विवादके चलते 26 अक्टूबर 2021 को सांतडिया के पास खेतों में बने फार्म हाउस पर वेद प्रकाश ने हिस्ट्रीशीटर उमेश के पिता हरफूल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस दौरान हिस्ट्रीशीटर जयपुर जेल में बंद था। जब हिस्ट्रीशीटर उमेश तो उसने पिता के अंत्येष्टि पर आया तो उसने पिता की हत्या का बदला लेने की बात कही थी। इसके बाद उसने इस वारदात को अंजाम दिया। उमेश के खिलाफ विभिन्न थानों में 21 मामले दर्ज हैं।
यह भी पढ़ें
1-कांग्रेस नेताओं ने केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को क्यों दिखाए काले झंडे
2-छात्र ने तोड़ा रक्षा मंत्री का सुरक्षा घेरा, जानिए वजह
3-बीजेपी युवा मोर्चा की कार्यकारिणी पर विवाद, घोषणा के 53 मिनट बाद ही फैसला वापस